Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 08:49 PM
इस साल अप्रैल में चंडीगढ़ प्रशासन ने रॉक गार्डन का एक रेप्लिका तैयार करने की प्लानिंग जोर-शोर से शुरु की थी क्योंकि इसे पंजाब राज भवन में लगाया जाना था। लेकिन समय गुजरता गया और इस रेप्लिका को तैयार करने की कीमत भी बढ़ती रही। आलम यह हो गया है कि अब...
चंडीगढ़, (विजय गौड़) : इस साल अप्रैल में चंडीगढ़ प्रशासन ने रॉक गार्डन का एक रेप्लिका तैयार करने की प्लानिंग जोर-शोर से शुरु की थी क्योंकि इसे पंजाब राज भवन में लगाया जाना था। लेकिन समय गुजरता गया और इस रेप्लिका को तैयार करने की कीमत भी बढ़ती रही। आलम यह हो गया है कि अब इस रेप्लिका को बनाने में दोगुना राशि खर्च करनी पड़ सकती है। पहले जहां इस रेप्लिका को तैयार करने के लिए 14.25 लाख रुपए का टैंडर प्रशासन की ओर से जारी किया गया था जबकि कुछ दिन पहले एक बार फिर इसी प्रोजैक्ट के लिए प्रशासन ने फिर से टैंडर जारी किया। इसमें रेप्लिका को तैयार करने के लिए लगभग 28 लाख रुपए का टैंडर जारी किया गया है। यानि पांच महीनों में ही इस रेप्लिका को तैयार करने की कॉस्ट लगभग दोगुना हो चुकी है। हालांकि दूसरे रॉक गार्डन को केवल वी.आई.पी. ही देख पाएंगे। साइज में वास्तविक रॉक गार्डन से कम होने की वजह से मिनी रॉक गार्डन में केवल चुनिंदा स्कल्पचर्स ही रखे जाएंगे। इसका भी चुनाव अधिकारियों द्वारा कर लिया गया है।
प्रशासक ने दिए थे निर्देश
पिछले साल जब वी.पी. सिंह बदनौर ने चंडीगढ़ के प्रशासक का पद संभाला था तो उसके बाद नवंबर में उन्होंने रॉक गार्डन में विजिट किया। इस दौरान प्रशासक नेक चंद के वर्क से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने मौके पर ही चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद को निर्देश दिए कि पंजाब राज भवन में भी रॉक गार्डन की तर्ज पर एक रेप्लिका तैयार किया जाए। इसके बाद अब इंजीनियरिंग विभाग ने मिनी रॉक गार्डन पर काम करना शुरू कर दिया है।
राज भवन में ये स्कल्पचर्स होंगे
प्रशासक की ओर से इच्छा जाहिर की गई है कि आदमी और औरत के विभिन्न स्टैच्यू के साथ-साथ राज भवन में जानवरों और पक्षियों के भी स्कल्पचर्स विशेषतौर से होने चाहिए। इनमें ऊंट, घोड़े, हाथी, डॉग, वॉल्फ, हिरन, डक्स और मोर भी शामिल किए जाने चाहिए।