Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 14 May, 2022 10:25 PM
भविष्य में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर जहां राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं तो वहीं राज्य चुनाव आयोग ने 23 मई से मतदाता सूचियों के संशोधन का काम शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। 22 जुलाई को फाइनल मतदाता सूची...
चंडीगढ़,(बंसल): भविष्य में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर जहां राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं तो वहीं राज्य चुनाव आयोग ने 23 मई से मतदाता सूचियों के संशोधन का काम शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। 22 जुलाई को फाइनल मतदाता सूची प्रकाशित होंगी। इसके 20 दिन के बाद पंचायत चुनावों की अधिसूचना जारी की जा सकती है। कहा जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद पंचायत चुनाव घोषित हो सकते हैं।
पंचायती राज चुनावों को लेकर पंचायत एवं विकास विभाग ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिख दिया है, जिसके राज्य चुनाव आयोग ने सभी जिला उपायुक्तों सह जिला निर्वाचन अधिकारी को मतदाता सूचियों को संशोधित करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। 23 मई से वार्डों के अनुसार मतदाताओं की ड्राफ्ट लिस्ट तैयार की जाएगी।
मतदाता सूचियों को फाइनल करने के लिए पूरे 2 महीने का समय दिया गया है। इसके बाद 25 दिन का समय चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने में लगता है। चुनाव 2 चरणों में करवाने पड़े तो एक सप्ताह अतिरिक्त लगेगा। मतदाता सूचियां फाइनल होने के बाद इन्हें डिजिटल रूप में राजनीतिक दलों को भी सौंपा जाएगा ताकि कहीं कोई विवाद की गुंजाइश न रहे। मतदाता सूची में दर्ज लोगों को ही पंचायत चुनाव में मतदान का अधिकार होगा।
-करीब 22 हजार पोङ्क्षलग बूथ बनेंगे
राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव में करीब 22 हजार पोङ्क्षलग बूथ बनेंगे। सवा छह साल पहले हुए पंचायत चुनाव में 1.11 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया था, जिनकी संख्या बढ़कर अब करीब सवा करोड़ हो गई है। इस दौरान करीब 14 लाख मतदाता बढ़े हैं जो पहली बार पंचायत चुनाव में मतदान करेंगे। प्रत्याशियों को राहत देते हुए चुनाव प्रचार के लिए खर्च की सीमा बढ़ाई गई है। पंच पद के उम्मीदवार 27 हजार 500 रुपए, सरपंच 1 लाख 65 हजार, पंचायत समिति सदस्य 3 लाख 30 हजार और जिला परिषद सदस्य के उम्मीदवार 5 लाख 50 हजार रुपए चुनाव प्रचार पर खर्च कर सकेंगे।