भारत से नहीं चाहता चीन दोस्ती, पाक को देता है प्राथमिकता

Edited By ,Updated: 15 Jan, 2016 06:20 PM

china does not wants friendship with india

यदि चीन का नए सिरे से नक्शा बनाने में ‘‘भगवान की भूमिका’’ निभाने का मौका मिले तो अधिकतर ...

बीजिंग: यदि चीन का नए सिरे से नक्शा बनाने में ‘‘भगवान की भूमिका’’ निभाने का मौका मिले तो अधिकतर चीनी भारत और जापान सहित कई उन पड़ोसी देशों को अपनी सीमा से दूर करना चाहेंगे जिन देशों के उसके क्षेत्रीय विवाद हैं और इनके बदले पड़ोसी देशों के रूप में पाकिस्तान और नेपाल को प्राथमिकता देंगे। चीन में एक सर्वेक्षण करके यह पता लगाने की कोशिश की गई कि यदि चीन के लोगों को अपने पड़ोसियों का चयन करने और चीन की सीमा से सटे देशों में फेर-बदल करने में ‘‘भगवान की भूमिका’’ निभाने का मौका मिलता है तो उनके क्या विचार होंगे।
 
इस सर्वेक्षण में सर्वाधिक कुल 13,196 लोगों ने कहा कि वे जापान को ‘‘दूर करना’’ चाहेंगे। सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स के चीनी संस्करण द्वारा कराए गए इस सर्वेक्षण में दो लाख से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताआें ने भाग लिया। समाचार पत्र में आज छपे परिणाम के अनुसार चीन के लोगों ने जिन अन्य देशों को ‘‘दूर करने’’ के लिए वोट दिया, उनमें फिलीपीन (11,671), वियतनाम (11,620), उत्तर कोरिया (11,024), भारत (10,416), अफगानिस्तान (8,506) और इंडोनेशिया (8,167) शामिल हैं। 
 
चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि एेतिहासिक विवाद और दूसरे विश्व युद्ध में जापानी बलों की ज्यादतियों की याद अब भी चीनी लोगों के दिमाग में ताजा हैं और इसी लिए उन्होंने जापान को दूर करने की इच्छा जताई होगी। चीन द्वारा अलगाववादी समझे जाने वाले दलाई लामा एवं उनके सहयोगियों को ‘‘सुरक्षा’’ प्रदान करने के कारण चीन के लोगों ने भारत से दूर जाने के लिए वोट किया होगा। 

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