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वेल्थ एंड बिजनेस
मीन राशि के जातकों की कुंडली में राशि स्वामी गुरु ही कर्म स्थान के स्वामी बनते हैं और कर्म स्थान के स्वामी ग्रह गुरु के धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करने के बाद से कामकाजी स्थिति में सुधार हुआ है और यह सुधार आगे भी जारी रहेगा। कर्म स्थान के स्वामी गुरु के बारहवें भाव में गोचर करने से ख़ास तौर पर उन जातकों को ज्यादा फायदा है, जिनके कारोबार का संबंध विदेश के साथ है। जो विदेश से आयात या निर्यात का कारोबार करते हैं, उनके लिए समय खास तौर पर काफी अच्छा है। जो नौकरी पेशा जातक मल्टी नैशनल कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं उनके लिए भी कामकाजी स्थिति बेहतर होगी और कार्य स्थल पर आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपकी कुंडली में मंगल भाग्य स्थान के स्वामी बनते हैं और मंगल चंद्र कुंडली के छठे भाव में गोचर कर रहे हैं और छठा भाव कुंडली में कर्म स्थान का भाग्य स्थान होता है लिहाजा मंगल की स्थिति भी कारोबार के लिहाज से काफी अच्छी चल रही है। जहां तक आय का संबंध है तो इस भाव में शनि गोचर कर रहे हैं और शनि इसी भाव के स्वामी भी है और शनि जिस भाव में गोचर करते हैं वह भाव संवर जाता है। चूंकि शनि इस समय वक्री अवस्था में है और यदि आपकी कुंडली में भी शनि वक्री अवस्था में है तो आपको अचानक धन लाभ भी हो सकता है।
रिलेशनशिप
मीन राशि के शादीशुदा जातकों के लिए महीने के पहले 9 दिन काफी अच्छे हैं क्योंकि सप्तम भाव के स्वामी बुध यहां पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं और पंचम भाव कुंडली में त्रिकोण भाव होता है लिहाजा पहले 9 दिन शादीशुदा जातकों को रिलेशनशिप में कोई ख़ास समस्या नहीं आएगी लेकिन 9 अगस्त के बाद बुध छठे भाव में गोचर करना शुरू करेंगे। हालांकि छठा भाव काल पुरुष की कुंडली में बुध का अपना भाव होता है लेकिन चूंकि बुध सप्तम भाव के स्वामी हैं लिहाजा बुध का कुंडली में अपने से बाहरवें भाव में चले जाना अच्छा है और स्थिति इसलिए थोड़ी सी ज्यादा ख़राब है क्योंकि मंगल भी इसी भाव से गोचर कर रहे हैं और सूर्य भी यहां आ आकर 16 अगस्त को युति करेंगे लिहाजा 16 अगस्त के बाद आपको अपने संबंधों को लेकर ख़ास ध्यान रखना पड़ेगा। आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहे शनि की तीसरी दृष्टि लग्न पर पड़ रही है और छठे भाव में गोचर कर रहे मंगल भी अष्टम दृष्टि के साथ लग्न को देख रहे हैं लिहाजा आप 16 अगस्त के बाद खास तौर पर छोटी सी बात पर ज्यादा गलत तरीके से रिएक्ट कर सकते हैं। जिस से संबंध बिगड़ सकते हैं। इस बात का ख़ास तौर पर ध्यान रखें। जहां तक इस राशि के सिंगल्स का सवाल है तो पंचम भाव पर शनि की दृष्टि पड़ रही है। जिस कारण इस राशि के सिंगल्स अपने रिलेशनशिप को लेकर पहले ही स्ट्रगल कर रहे हैं और इस बीच शुक्र भी छठे भाव में गोचर कर रहे हैं लेकिन शुक्र के 11 अगस्त को केंद्र के भाव सप्तम भाव में आने से रिलेशनशिप में सुधार शुरू होगा। हालांकि सप्तम भाव में शुक्र कन्या राशि में नीच स्थिति में होंगे लेकिन शुक्र इसी भाव के कारक ग्रह है लिहाजा जो सिंगल्स मैरिज करने के इच्छुक हैं, उनके लिए 11 अगस्त के बाद का समय अच्छा है।
स्वास्थ्य
मीन राशि के जातकों को अगस्त महीने के पहले हाफ के दौरान स्वास्थ्य से संबंधित कोई ख़ास समस्या पेश नहीं आएगी लेकिन 16 अगस्त के बाद मंगल, सूर्य और बुध के छठे भाव में गोचर करने से ख़ास तौर पाचन को लेकर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। शनि आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में वक्री अवस्था विराजमान हैं और अष्टम भाव को दसवीं दृष्टि से देख रहे हैं। मीन राशि के 40 साल की आयु से ऊपर के वह जातक जिन्हें किडनी, लीवर या पाइल्स की समस्या है तो यह समस्या बढ़ सकती है। आप को इस मामले कोई लापरवाही नहीं दिखानी है और दवा समय से लें और खान-पान का ध्यान रखें। लग्न पर मंगल की दृष्टि के चलते आपको वाहन चलाते वक़्त ख़ासतौर पर ध्यान रखना है क्योंकि मंगल के प्रभाव से चेहरे पर चोट लग सकती है। आप जितना सावधानी से काम लेंगे उतना ही आप का इस मामले में बचाव हो सकेगा।