Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Jan, 2019 11:01 AM
अकसर हम देखते हैं लोग अपने घर में तरह-तरह की प्रतिमाएं सजा कर रखते हैं। क्या आप जानते हैं ये प्रतिमाएं घर के वातावरण पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। देवी-देवताओं की प्रतिमाएं केवल सजावटी वस्तु नहीं होती, वे मार्गदर्शक शक्ति के रूप में...
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
अकसर हम देखते हैं लोग अपने घर में तरह-तरह की प्रतिमाएं सजा कर रखते हैं। क्या आप जानते हैं ये प्रतिमाएं घर के वातावरण पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। देवी-देवताओं की प्रतिमाएं केवल सजावटी वस्तु नहीं होती, वे मार्गदर्शक शक्ति के रूप में काम करती हैं। घर में कोई भी मूर्ति लाने से पहले जान लें ये बातें-
कुबेर- कुबेर धन के देवता हैं। वह उत्तर दिशा के स्वामी हैं। उन्हें धनपति भी कहा जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार वह दिशाओं के रक्षक हैं जो उत्तर दिशा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
देवी अन्नपूर्णा- वह पोषण की देवी हैं, जो भोजन व अन्न देती हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार चावल से भरे जार में अन्नपूर्णा देवी की छोटी-सी कांस्य प्रतिमा रखने से परिवार में सुख-सम्पदा आती है।
सूर्य- धरती तक पहुंचने वाली सूर्य की किरणें विटामिन ‘डी’ का मुख्य स्रोत है। इनके बिना धरती पर जीवन फल-फूल नहीं सकता। आधुनिक वास्तुशिल्प के तहत बनने वाले हर मकान में सूर्योदय की किरणें नहीं पहुंच पाती हैं। वास्तुविदों द्वारा किए गए शोध के अनुसार सूर्योदय की किरणों से दूर रहने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इस प्रकार की वास्तु कमियों को दूर करने के लिए घर या कार्यस्थल की पूर्वी दीवार पर सूर्य के चित्र या अन्य प्रतीक को लगाया जा सकता है।

मैडीसिन बुद्ध- मैडीसिन बुद्ध को कमल के सिंहासन पर वज्रासन में बैठा दिखाया जाता है। कमल का फूल मन तथा धरती की पवित्रता का प्रतीक है जबकि वज्रासन को हीरक आसन भी कहते हैं। बाएं हाथ से वह पूर्ण संतुलन का संकेत करते हैं। यह भाव एक विशेष अवस्था का प्रतीक है। इस भाव को बुद्ध ने तब धारण किया था जब वह अंजीर के वृक्ष के नीचे बैठ कर ध्यान मगन हो गए थे। इससे उन्हें गहन चिंतन की अवस्था में जाने में मदद मिली थी। बायां हाथ सुख तथा निडरता का भाव बनाता है जो आशीर्वाद तथा संरक्षण का प्रतीक है। मैडीसिन बुद्ध के साथ ध्यान लगाने से स्वास्थ्यवर्धक ऊर्जा प्राप्त होती है जो स्वयं तथा अन्यों के उपचार में सहायक होती है।
सिंह- जानवरों की दुनिया के राजा सिंह को संग्राम तथा शक्ति के लिए जाना जाता है। चीनी संस्कृति में कहा जाता है की प्रवेश द्वार पर स्थापित सिंहों की जोड़ी दुर्भाग्य से रक्षा करती है।
शंख- माना जाता है कि गणेश भगवान सहित शंख की तस्वीरें नकारात्मकता को दूर रखते हुए घर में प्रेम तथा सौभाग्य लाती हैं। भगवान गणेश की उपस्थिति से घर में रिद्धि-सिद्धि का मार्ग भी खुल जाता है।