Edited By Riya bawa,Updated: 22 Nov, 2019 10:02 AM
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) जेएनयू व डूसू के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय...
नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) जेएनयू व डूसू के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय तथा जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने जेएनयू हॉस्टल फीस वृद्धि के खिलाफ मंडी हाउस से मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बाहर तक मार्च किया। प्रदर्शन के दौरान पाॢलयामेंट स्ट्रीट के बाहर पुलिस ने 3 विकलांग छात्रों सहित कुल 160 छात्रों को गिरफ्तार किया। इस दौरान छात्रों द्वारा दिल्ली पुलिस साथ में आओ व भारत माता की जय के जबरदस्त नारे लगाए गए।
प्रदर्शनकारियों ने बढ़ी फीस को पूर्णतया वापस लेने, नया हॉस्टल मैनुअल रिजेक्ट करने, कक्षाओं की शुरू करने आदि मांगों को रखा गया। साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित हाई पावर कमेटी को भी खत्म करने व बिना किसी लाग-लपेट के छात्रों की सभी मांगें मानने आदि मुद्दे रखे गए। एबीवीपी प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि हमारी मांग है कि फीस पूरी तरह से वापस हो, इससे कमतर हमें कोई निर्णय स्वीकार नहीं। आज छात्रों के प्रदर्शन ने फीस वापसी की लड़ाई को और अधिक मजबूत किया है। हम अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में हो रही फीस वृद्धि के निर्णय के खिलाफ हैं तथा संबंधित प्रशासनों को इस प्रकार के छात्र विरोधी निर्णय लेना बंद करना होगा।
वहीं जेएनयू इकाई अध्यक्ष दुर्गेश कुमार जेएनयू छात्र संघ ने आम छात्रों के आंदोलन को जिस प्रकार एमएचआरडी की हाई पावर कमेटी के सामने गिरवी रख दिया, वही लेफ्ट का असली चेहरा है। लेफ्ट को अपने राजनीतिक आकाओं के इशारों पर आम छात्रों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ को बंद करना होगा। मनीष जांगिड ने कहा कि जेएनयूएसयू ने प्रशासन के समक्ष घुटने टेक दिए, तब हमने जेएनयूएसयू से अलग होकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने जिस तरह हमारा रास्ता रोका वह हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।