Edited By Riya bawa,Updated: 10 Sep, 2019 11:32 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ...
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है, चुनावी हिंसा बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को एनएसयूआई की तरफ से उपाध्यक्ष पद उम्मीदवार अंकित भारती के साथ हिंसक झड़प का मामला सामने आया है। इसमें अंकित के सिर में चोटें आई है। अंकित भारती ने एबीवीपी पर कॉलेज ऑफ वोकेशनल ऑफ स्टडी में प्रचार के दौरान खुद पर हमला करने और मारपीट करने का आरोप लगाया है।
घायल अंकित भारती को राममनोहर लोयिा अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। दूसरी तरफ एबीवीपी ने एनएसयूआई के आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए झूठ बताया है और आरोप लगाया है कि एनएसयूआई के ही दो प्रत्याशियों के बीच झड़प हुई है। साथ ही एनएसयूआई पर मानहानि का केस दर्ज कराने की बात कहीं है।
एनएसयूआई के अनुसार उसके उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी अंकित भारती कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडी में प्रचार करने गए थे, जहां उनको एबीवीपी के समर्थकों ने घेरकर पीटा। इस कारण उनके सिर में चोट आई है। एनएसयूआई की ओर से इस घटना का एक वीडियो भी जारी किया गया। वीडियो में अंकित कहते दिख रहे हैं कि एबीवीपी के कुछ लोगों ने उन्हें मारा और कहा कि किसी कॉलेज में घुसने नहीं देंगे। जब वो कॉलेजों में प्रचार करने गए तो उन्हें बेल्ट से मारा गया और सिर भी फोड़ दिया।
एबीवीपी नहीं चाहती कोई दलित चुनाव लड़े: नीरज कुंदन
एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने एबीवीपी को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि यह मामला एबीवीपी की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। अंकित भारती दलित समुदाय से संबंध रखते हैं इसलिए एबीवीपी नहीं चाहती कि कोई दलित छात्र डूसू चुनाव लड़े। उन्होंने अंकित के साथ हिंसा कर दलित समुदाय के छात्रों में डर पैदा करने का आरोप लगाया। मालूम हो कि बीते सप्ताह एबीवीपी ने अपनी सहसचिव पद प्रत्याशी शिवांगी खरवाल पर हमला करने का आरोप एनएसयूआई पर लगाया था।