Edited By pooja,Updated: 06 May, 2018 10:00 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध श्यामा प्रसाद मुखर्जी (एसपीएम) कॉलेज में कम हाजिरी होने पर परीक्षा प्रवेश पत्र नहीं दिए जाने पर शनिवार को पूरे दिन हंगामा रहा।
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध श्यामा प्रसाद मुखर्जी (एसपीएम) कॉलेज में कम हाजिरी होने पर परीक्षा प्रवेश पत्र नहीं दिए जाने पर शनिवार को पूरे दिन हंगामा रहा।
प्रवेश पत्र नहीं मिलने से गुस्साई छात्राओं ने अन्य छात्राओं को इंग्लिश के एईसीसी पेपर को देने से रोकने के लिए कॉलेज के मुख्य द्वार को बंद कर दिया और जमकर प्राचार्या के खिलाफ प्रदर्शन किया। बामुश्किल कॉलेज प्रशासन के बीच-बचाव के बाद अन्य छात्राएं परीक्षा दे पाई,मगर लगभग 150 छात्राओं को पहले पेपर में बैठने नहीं दिया गया। नाराज छात्राओं का आरोप था कि कॉलेज की वेबसाइट पर गलत डाटा अपलोड करने से उनकी अनुपस्थिति बढ़ गई है, वहीं कुछ छात्राओं ने बताया कि मेडिकल सर्टिफिकेट अभिभावकों द्वारा जमा करने के बाद भी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. साधना शर्मा प्रवेश पत्र देने की बजाय अभिभावकों को छात्राओं के भविष्य को बर्बाद करने की धमकी देती रहीं।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) सचिव महामेधा नागर जोकि एसपीएम कॉलेज में छात्राओं का प्रतिनिधित्व करने व प्रशासन को प्रवेश पत्र देने की अपील करने गई थीं, उनका कहना है कि डीयू के आदेशानुसार 67.5 प्रतिशत उपस्थिति होने पर प्रवेश पत्र रोका जाता है लेकिन यदि छात्राओं के अभिभावकों या तकनीकी परेशानियों के चलते प्रवेश पत्र रोका भी गया है तो उसे बाद में प्राचार्या अपने स्वविवेक से दे सकती हैं। यहां मामला 150 छात्राओं के भविष्य का था, इनमें से अधिकतर छात्राओं के अभिभावक कॉलेज में मेडिकल जमा करवा चुके हैं । इसके बावजूद अभिभावकों के आगे प्राचार्या ने उनकी बेटियों को चरित्रहीन साबित करने का प्रयास किया।