Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 03:32 PM
उत्तर प्रदेश में पहली बार नीट यूजी-2017 के आधार पर वर्तमान शैक्षणिक...
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में पहली बार नीट यूजी-2017 के आधार पर वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2017-18 में राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 1673 सीटों तथा निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 2550 सीटों पर आवंटनाप्रवेश की प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कर ली गई। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि प्रदेश में पहली बार ऑनलाइन काउंसिलिंग प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। काउंसिलिंग के लिए लगभग 42000 अभ्यथर्यिों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। शैक्षणिक सत्र 2016-17 में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की लगभग 1100 से अधिक सीटें रिक्त रह गई थीं, जबकि इस साल मेरिट आधारित काउंसिलिंग से सभी सीटें भरते हुए सरकार निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों की मनमानी रोकने में कामयाब रही।
शैक्षणिक सत्र 2017-18 में केजीएमयू के बीडीएस पाठ्यक्रम की सभी 51 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जबकि निजी क्षेत्र के डेंटल कॉलेजों में वर्तमान में 2200 सीटों के सापेक्ष लगभग 1100 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है तथा शेष लगभग 1100 सीटों पर आवंटनाप्रवेश की प्रक्रिया दिनांक 6-8 सितंबर, 2017 तक मॉप-अप राउण्ड के माध्यम से पूर्ण कर ली जाएगी।
सत्र 2016-17 में निजी क्षेत्र की बीडीएस पाठ्यक्रम की लगभग 1500 से अधिक सीटें रिक्त रह गई थीं। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक डॉ. के.के. ने बताया कि शासन द्वारा शैक्षणिक सत्र 2017-18 के लिए पूरे देश में सबसे पहले उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन काउंसिलिंग की व्यवस्था लागू की गई, जिससे पारदशर्तिा के साथ-साथ छात्रों अभिभावकों के समय तथा धन की बचत हुई।
काउंसिलिंग प्रक्रिया को इस प्रकार से संपन्न कराया गया कि जिससे मेरिट के आधार पर पात्र अभ्यथर्यिों को प्रवेश मिल सका। शासन के अथक प्रयासों से प्रदेश की एमबीबीएस पाठ्यक्रम की सभी सीटों पर आवंटनाप्रवेश की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है, जिससे भविष्य में योग्य चिकित्सकों की कमी को दूर करने में सहायता मिलेगी।