Edited By pooja,Updated: 08 Oct, 2018 04:06 PM
नियुक्ति की मांग को लेकर उत्तरप्रदेश के बीएड और टीईटी पास अभ्यर्थी ने उत्पीडऩ के विरुद्ध संसद मार्ग पर प्रदर्शन कर रोष जताया।
नई दिल्ली: नियुक्ति की मांग को लेकर उत्तरप्रदेश के बीएड और टीईटी पास अभ्यर्थी ने उत्पीडऩ के विरुद्ध संसद मार्ग पर प्रदर्शन कर रोष जताया। इस मौके पर आवेदकों ने इस बात पर नाराजगी जताई यूपी में भाजपा की सरकार बनने के बाद भी वह किए गए वायदे को भूल गई।
नाराज बीएड और टीईटी पास अभ्यर्थी ने बताया कि नवम्बर 2011 में तत्कालीन यूपी सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए 72825 पदों के लिए विज्ञापन निकाला था। चुनाव के बाद सरकार बदलने पर पुराने विज्ञापन को रद कर 7 दिसम्बर 2012 को एक नया विज्ञापन इतने ही पदों के लिए जारी किया गया।
इस दौरान संसद मार्ग पर बैनर लगाकर सरकार द्वारा नियुक्ति नहीं किए जाने पर सवाल खड़ किए। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना की मांग की गई। इस दौरान नाराजग आवेदकों ने नारेबाजी भी की।
उन्होंने सरकार के समक्ष कई मांगें रखी। इन मांगों में 7 दिसम्बर 2012 पर भर्ती प्रक्रिया अंतरिम आदेशों को सुरक्षित रखते हुए प्रारंभ की जाए। चुनाव पूर्व व चुनाव बाद आपके द्वारा किए गए वायदे और बीएड व टीईटी 2011 अभ्यर्थियों को दिए गए तमाम आश्वासनों को पूरा करते हुए हमारी मांगें पूरी की जाए। बीएड, टीईटी 2011 के 839 अभ्यर्थी 83/90 नंबर पाकर नौकरी कर रहे हैं और हम लोग 110 व 115 नंबर लेकर भी बेरोजगार हैं।
अंत: समानता के अधिकार के तहत हमारे मौलिक अधिकारों की रक्षा करते हुए हमें भी नियुक्ति प्रदान करें। आवेदन के बाद लंबे समय तक नियुक्ति न होने के कारण ज्यादातर आवेदक ओवर ऐज हो गए जिस कारण उनके सामने आर्थिक समस्या भी खड़ी हो गई है।