Edited By Riya bawa,Updated: 05 May, 2019 06:08 PM
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से ली जा रही
नईदिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से ली जा रही परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2019 का आयोजन किया गया था। बता दें पेपर का समय दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक था। लेकिन कर्नाटक में ट्रेन लेट होने के चलते लगभग 500 छात्र एग्जाम सेंटर नहीं पहुंच पाए। बता दें कि नीट परीक्षा में हर साल लाखों छात्र कड़ी मेहनत करते हैं ताकि परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सके, अब कर्नाटक के करीब 500 छात्रों की मेहनत पर पानी फिर गया।
गौरतलब है कि इस साल टेस्ट के लिए 15.19 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि लगभग 13 लाख बच्चों के एग्जाम में पहुंचने की उम्मीद थी। रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्र के आंकड़े पिछले साल की तुलना में 14.4% ज्यादा हैं। वहीं कई यूजर्स ने अपनी अभ्यर्थियों की परेशानी को देखते हुए अपनी नराजगी सोशल मीडिया पर भी जाहिर की है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्विटर पर केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय पर समय पर ट्रेनें चलाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
ट्रेन लेट होने की वजह
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रेन लेट होने की वजह साउथ सेंट्रल डिविजन गुंटकल में चल रहा मेंटेनेंस का काम है, परीक्षा से कुछ दिन पहले, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने "लोकसभा चुनाव के कारण" छात्रों के केंद्र भी बदले थे, इसके चलते भी छात्रों में भ्रम पैदा हो गया था।