Edited By Surinder Kumar,Updated: 22 Sep, 2021 01:22 PM
अब जिला में पशुपालक अपने पशुओं का भी बीमा करवा पाएंगे। प्रदेश के 4 जिलों के बाद अब ऊना में भी इस योजना का आगाज कर दिया गया है।
ऊना (सुरेन्द्र): अब जिला में पशुपालक अपने पशुओं का भी बीमा करवा पाएंगे। प्रदेश के 4 जिलों के बाद अब ऊना में भी इस योजना का आगाज कर दिया गया है। बीमा करवाने के लिए पशुपालकों को देय प्रीमियम की 60 फीसदी राशि सरकार की तरफ से भरी जाएगी जबकि केवल 40 फीसदी राशि ही पशुपालकों को देनी होगभ्। अपने दुधारू पशुओं का बीमा करवाने के लिए कोई भी किसान/पशुपालक अपने नजदीकी पशुपालन केन्द्र, अस्पताल या डिस्पैंसरी में जाकर औपचारिकताएं पूरी कर सकता है। इससे पशुपालकों को उनके पशुओं पर कलेम राशि भी मिल पाएगी।
पहले पशुपालकों के पशुओं की अचानक मौत पर कोई भी राहत राशि नहीं मिल पाती थी। केवल प्राकृतिक आपदा के समय ही लम्बी चौड़ी औपचारिकताओं के बाद यह राशि मिलती थी। अब पशुओं का बीमा योजना भी शुरू हो चुकी है। सभी पशुपालकों से अपने पशुओं का बीमा करवाने का आग्रह विभाग कर रहा है। इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों को भी सूचित किया जा रहा है। नई योजना के तहत किसी भी पशु की कीमत की 7 फीसदी राशि से बीमा किया जाएगा। इस 7 फीसदी राशि का 60 फीसदी अंशदान सरकार की तरफ से होगा। केवल पशुपालकों को 40 प्रतिशत राशि ही देनी होगी। इसके बाद यदि कोई आकस्मिक घटना के दौरान पशुओं की मौत होती है तो बीमा की राशि पशुपालक को तत्काल दी जाएगी। बीमा करवाने के लिए लम्बी चौड़ी शर्तें भी नहीं हैं।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. जय सिंह सेन ने माना कि ऊना जिला में सरकार ने इस योजना को शुरू कर दिया है। पहले प्रदेश के कुछ जिलों में ही यह योजना चल रही थी। जिला के पशुपालकों के लिए यह काफी राहत होगी। पशु की कुल कीमत का 7 फीसदी प्रीमियम ही भरना होगा। इसमें भी प्रीमियम की 60 फीसदी राशि प्रदेश सरकार द्वारा दी जाएगी। यह योजना पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगी। पशुओं की मौत पर मुआवजा मिलेगा।