Edited By ,Updated: 18 Apr, 2015 12:08 PM
तलाक के बाद दिल टूटने के बारे में तो सभी लोगों ने सुना होगा लेकिन तलाकशुदा पुरुषों के दिल पर इसका जितना असर होता है
वॉशिंगटन: तलाक के बाद दिल टूटने के बारे में तो सभी लोगों ने सुना होगा लेकिन तलाकशुदा पुरुषों के दिल पर इसका जितना असर होता है, उससे दोगुना असर महिलाओं के दिल पर होता है और इसके कारण उनमें दिल का दौरा पडऩे की आशंका दोगुना बढ़ जाती है। अमेरिका में उत्तरी कैरोलीना की ड्यूक यूनीवर्सिटी में हाल ही में हुए एक शोध के मुताबिक खुशहाल शादीशुदा महिलाओं की तुलना में तलाकशुदा महिलाओं में दिल का दौरा पडऩे का खतरा बढ़ जाता है और पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में यह खतरा दोगुना रहता है।
शादीशुदा महिलाओं के मुकाबले तलाकशुदा महिलाओं में दिल का दौरा पडने का खतरा 24 फीसदी बढ़ जाता है। महिलाएं अपने रिश्ते को लेकर इतनी संवेदनशील होती हैं कि उसके टूटने से वह तनाव, दुख और ऐसी तमाम मानिसक पीड़ा से गुजरती हैं जो दिल के दौरे की आशंका को बहुत ज्यादा बढ़ा देती हैं। दो या उस से ज्यादा तलाक के बाद शादीशुदा महिलाओं के मुकाबले तो यह खतरा और भी बढ़ जाता है। शोध में हालांकि यह भी बताया गया है कि अपनी जीवनसाथी से अलगाव के बाद पुरुषों में भी दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है लेकिन यह महिलाओं की तुलना में काफी कम होता है।
शोध के मुताबिक महिलाओं में दोबारा शादी के बाद भी ये खतरा बना रहता है जबकि पुरुषों का दिल दूसरी शादी के बाद और तंदुरुस्त हो जाता है। अपने तरह के अनोखे इस शोध में शोधकर्ताओं ने 18 वर्षो तक लगभग 16 हजार पुरुष और महिलाओं का अध्ययन किया। इनमें से हर तीसरे व्यक्ति का इस दौरान कम से कम एक बार तलाक हुआ जिनमें से 12 सौ लोगों को दिल का दौरा पड़ा। इनमें बड़ी संख्या महिलाओं की थी। शोध के मुताबिक महिलाओं को पहली शादी के टूटने की मानसिक पीड़ा से उबरने में काफी मुश्किल होती है।