Edited By Isha,Updated: 18 Oct, 2018 04:25 PM
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब से लेकर वर्ष 2050 तक दुनिया की आबादी में 220 करोड़ का इजाफा होगा और कुल आबादी 980 करोड़ हो जायेगी। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यदि आबादी इसी तरह से बढ़ती रही तो उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र की आबादी में ही 130...
संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब से लेकर वर्ष 2050 तक दुनिया की आबादी में 220 करोड़ का इजाफा होगा और कुल आबादी 980 करोड़ हो जायेगी। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यदि आबादी इसी तरह से बढ़ती रही तो उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र की आबादी में ही 130 करोड़ का इजाफा हो जायेगा। अफ्रीका महाद्वीप का यह क्षेत्र ऐसा है जहां महिलाओं को स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित सीमित अवसर ही उपलब्ध हैं। यहां महिलाओं को लैंगिक असमानता की समस्या से भी जूझना होता है।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की निदेशक मोनिका फेरो ने बुधवार को कहा कि लोग वैश्विक स्तर पर छोटे परिवार की परिकल्पना की ओर ही बढ़ रहे हैं। लोग अब यह विचार करने लगे हैं कि वे कितने बच्चों को बेहतर सुविधाएं दे सकते हैं और इसे ध्यान में रखकर ही वे परिवार को बढ़ाते हैं। यूएनएफपीए के अनुसार 2018 की विश्व की जनसंख्या के आंकड़ों यह पता चलता है कि दुनिया के 43 देशों में ऐसी महिलाओं की संख्या काफी अधिक है जिनके चार या उससे अधिक बच्चे हैं। इन देशों में 38 अफ्रीकी देश शामिल हैं।
पांच पूर्वी अफ्रीकी देशों की महिलाओं ने कहा है कि वे अब और बच्चे नहीं चाहती। यदि यूएनएफपीए की भविष्यवाणी सही साबित हुयी तो वर्ष 2050 तक दुनिया की आबादी में अफ्रीका का हिस्सा 26 प्रतिशत हो जायेगा। प्रत्येक वर्ष तीन लाख महिलाओं की मौत गर्भावस्था के दौरान अथवा बच्चे के जन्म के समय हो जाती है। ऐसा महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने के कारण होता है। र