Edited By Tanuja,Updated: 17 Jan, 2021 04:05 PM
अमेरिकी संसद के एक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में चीन के शिनजियांग प्रांत में मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर खुलासा किया है...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी संसद के एक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में चीन के शिनजियांग प्रांत में मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर खुलासा किया है। अमेरिकी कांग्रेस के चीन पर गठित कार्यकारी आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीन उइगर एवं अन्य मुस्लिम तबकों के सफाए की कोशिश में लगा है। इन कोशिशों में नरसंहार भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है चीन में सरकार और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी मुस्लिमों के सफाए के लिए अप्रत्याशित कदम उठा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार चीन सरकार के इन कदमों में उनसे जुड़ी सूचनाओं को छिपाना, उन्हें गायब करना और मुस्लिम पुरुषों को सामूहिक बंदी शिविरों में रखना है। इसके साथ ही शिनजियांग में मानवाधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति भी बहुत खराब है। शिनजियांग से मिली सूचनाओं के अनुसार वहां पर मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध हो रहे हैं, संभवत: नरसंहार भी हो रहे हैं।रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के अधिकारियों ने उइगर व अन्य मुस्लिम समुदाय के लोगों को अवैध रूप से बंदी शिविरों में रखा हुआ है। जबकि चीन का मीडिया कहता है कि मुस्लिम समुदाय के इन लोगों को आतंकवाद निरोधी उपायों के तहत शिविर में रखकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि अमेरिकी सरकार चीन को इस बाबत कड़ा संदेश दे और कहे कि वह अल्पसंख्यकों के खिलाफ इन बर्बर कृत्यों को बंद करे।
आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका को चीन के इस उत्पीडि़त तबके के लोगों के हित में खड़ा होना चाहिए और हालात में सुधार के लिए प्रयास करने चाहिए। चीन में अधिकारी जिन मुस्लिम समुदायों का लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं उनमें उइगर, कजाख, किर्गिज, हुई और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय हैं। इन समुदायों के लाखों लोगों को बंदी शिविरों में रखा गया है। रिपोर्ट में हांगकांग की स्थिति का भी उल्लेख किया गया है। हांगकांग के लिए बनी वन कंट्री-टू सिस्टम नीति को चीन ने खत्म कर दिया है। वहां पर भी मानवाधिकारों की स्थिति बहुत खराब है और चीन सरकार के खिलाफ आवाज उठाना दंडनीय अपराध बना दिया गया है। यह मानवाधिकारों के संबंध में बने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।