Edited By Tanuja,Updated: 28 Mar, 2024 12:30 PM
मालदीव सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि पानी की भारी कमी के बीच चीन द्वारा तिब्बत के ग्लेशियरों से दान किया गया 1,500 टन पीने का पानी...
मालेः मालदीव सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि पानी की भारी कमी के बीच चीन द्वारा तिब्बत के ग्लेशियरों से दान किया गया 1,500 टन पीने का पानी द्वीपसमूह राष्ट्र में पहुंच गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मालदीव को पीने का पानी उपलब्ध कराने का निर्णय चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के अध्यक्ष यान जिनहाई की मालदीव की आधिकारिक यात्रा के दौरान किया गया था, जहां उन्होंने पिछले नवंबर में राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की थी।
एक समाचार पोर्टल ने मंत्रालय की एक घोषणा के हवाले से कहा कि 1,500 टन पीने के पानी की खेप देश में लाई गई है। उन्होंने पिछले वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति डा मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की थी। उस दौरान कहा गया था कि हिमनद क्षेत्रों से एकत्र पानी उन्हें दिया जाए। यह अत्यधिक स्वच्छ और खनिजों से भरपूर होता है। मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से ही मालदीव का झुकाव चीन की ओर रहा है। इससे पहले की सरकार भारत समर्थित थी।
बता दें कि मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से ही मालदीव का झुकाव चीन की ओर रहा है। इससे पहले की सरकार भारत समर्थित थी। भारत ने जरूरत के वक्त मालदीव की आगे बढ़कर मदद की थी। दिसंबर 2014 के दौरान जब पानी की भारी किल्लत हो गई थी, तो भारत ने तुरंत एयरक्राफ्ट के माध्यम से मालदीव को पानी पहुंचाया था। बाद में और भी मदद भेजी गई थी।