Edited By Tanuja,Updated: 05 Jan, 2019 12:13 PM
अमेरिका के बाद चीन ने भी अपना सबसे विध्वंसक गैर परमाणु हथियार मदर ऑफ ऑल बॉम्ब (मॉब) तैयार कर लिया है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने इसकी ताकत का प्रदर्शन के बाद सरकारी मीडिया में दावा किया कि इसे हल्के बमवर्षक विमान से कहीं भी ले जाया जा सकता है...
बीजिंगः अमेरिका के बाद चीन ने भी अपना सबसे विध्वंसक गैर परमाणु हथियार मदर ऑफ ऑल बॉम्ब (MOB) तैयार कर लिया है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने इसकी ताकत का प्रदर्शन के बाद सरकारी मीडिया में दावा किया कि इसे हल्के बमवर्षक विमान से कहीं भी ले जाया जा सकता है, जबकि अमेरिका के मॉब को कहीं ले जाने के लिए बड़े माल वाहक विमानों की जरूरत पड़ती है। ग्लोबल टाइम्स अखबार ने बताया है कि चाइना नार्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कारपोरेशन लि. ने इसका प्रदर्शन किया। जानकारी के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने नए साल के संबोधन में अमेरिका के साथ दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव के बीच सेना को युद्ध की तैयारियों में जुटने का आदेश दिया है।
चीन की सरकारी न्यूज वेबसाइट ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चिनफिंग ने चीन के सामने बढ़ती चुनौतियों का हवाला देते हुए पीपल्स लिबरेशन आर्मी को क्राइसिस अवेयरनेस और युद्ध-संबंधी गतिविधियों को बढ़ाने का आदेश दिया है। MOB को एच-6के बमवर्षक विमान से गिराया गया। कंपनी ने इसका प्रमोशनल वीडियो वेबसाइट पर दिसंबर में डाला था। यह पहली बार है जब सार्वजनिक तौर पर बम की विध्वंसक ताकत को दर्शाया गया। चीन का दावा है कि उनका बम किले जैसी इमारतों के साथ रक्षा प्रतिष्ठानों को भी तबाह कर सकता है। इसका बेहतरीन इस्तेमाल तब हो सकता है, जब हेलिकॉफ्टर से सैनिकों को किसी खास जगह पर उतारना हो। इसके जरिए उनके लिए लैंडिंग जोन आसानी से तैयार किया जा सकता है। जंगली इलाकों में यह खासा कारगर साबित हो सकता है।
बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने अपने मदर आफ आल बम का इस्तेमाल अफगानिस्तान में आइएसआइएस के ठिकानों को तबाह करने के लिए किया था। जीबीयू-43-बी को मदर आफ आल बम का दर्जा दिया गया था। चीन का दावा है कि अमेरिका का बम बेहद भारी था, जबकि उनका बम हल्का है। एक चीनी रक्षा विशेषज्ञ ने बताया कि उनका बम 5 से 6 मीटर लंबा है। अमेरिका के मॉब के जवाब में रूस ने भी एक बम तैयार किया था, जिसे फादर ऑफ ऑल बॉम्ब कहा गया। रूस का बम कंपन लाने की जगह फायर बॉल का निर्माण करता है। इससे बहुत ज्यादा तबाही मचाई जा सकती है।
इसके अलावा इस साल पीपल्स रुपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की 70वीं वर्षगाठ को मनाने के लिए चीन परेड के जरिए अपनी सैन्य ताकत का भी प्रदर्शन करेगा। परेड में पीएलए की युद्धक क्षमताओं का प्रदर्शन होगा। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चिनफिंग ने शुक्रवार को सेन्ट्रल मिलिटरी कमिशन की बैठक में पीएलए (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) को युद्ध की तैयारियों में जुटने को कहा। चीनी राष्ट्रपति ने कहा, 'दुनिया इस वक्त बड़े बदलावों के ऐसे दौर से गुजर रही है, जो 100 वर्षों में कभी नहीं हुए। चीन के पास अब भी विकास के लिए महत्वपूर्ण रणनीतिक मौके हैं।' चिनफिंग ने पीएलए को चेताते हुए कहा कि तमाम जोखिम और चुनौतियां बढ़ रही हैं, जिसका सामना करने के लिए युद्धक तैयारियां जरूरी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति ने सीएमसी बैठक में कहा कि सभी आर्म्ड फोर्सेज को जोखिमों, संकटों और युद्ध के बारे में जागरूकता बढ़ानी होगी कि पार्टी व लोगों द्वारा दी दिए गए कार्यों को पूरा करने के लिए युद्ध तैयारियों के लिए ठोस प्रयास करने होंगे।