Edited By Tanuja,Updated: 13 Jan, 2020 10:00 AM
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मकेर्ल और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को
इंटरनेशनल डेस्कः फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मकेर्ल और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि वे ईरान परमाणु समझौते की संयुक्त कार्य योजना (जेसीपीओए) को लेकर प्रतिबद्ध हैं। तीनों नेताओं ने ईरान से परमाणु समझौते के खिलाफ सभी कदमों से हटने का आग्रह किया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रेस विभाग ने एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। वक्तव्य के मुताबिक तीनों नेताओं ने कहा, ‘‘ हम जेसीपीओए और उसके संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम ईरान से ऐसी सभी गतिविधियों को समाप्त करने का आह्वान करते हैं जिससे इस परमाणु समझौते को नुकसान पहुंचता हो।'' फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने ईरान से यूरेनियम संवर्धन को आगे नहीं बढ़ाने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए बातचीत शुरू करने का आग्रह किया है। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मई 2018 में ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी।
इसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गये हैं। इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। अमेरिका ने ईरान पर कई प्रकार के प्रतिबंध भी लगाए हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।