Edited By ,Updated: 13 May, 2017 10:58 AM
कई देशों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से चोरी किए गए साइबर टूल्स से व्यापक स्तर पर साइबर हमले किए गए हैं। विशेषज्ञों ने इस बात ...
सिएटल: कई देशों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से चोरी किए गए साइबर टूल्स से व्यापक स्तर पर साइबर हमले किए गए हैं। विशेषज्ञों ने इस बात का दावा किया है। अमरीका के मीडिया संस्थानों ने कहा कि सबसे पहले स्वीडन, ब्रिटेन और फ्रांस से साइबर हमले की खबर मिली लेकिन एेसा बताया जाता है कि रूस और ताईवान सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।
गृह सुरक्षा विभाग के तहत अमरीका कम्प्यूटर इमरजेंसी रेडीनेस टीम (यूएससीईआरटी)ने कहा कि उसे विश्व भर के कई देशों में ‘वॉनाक्राई रैन्समवेयर इन्फेक्शन’ की कई खबरें मिली हैं। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि कौन-कौन से देश इस हमले का शिकार हुए हैं। रैन्समवेयर एक एेसा सॉफ्टवेयर है जिससे एक कम्प्यूटर में वायरस घुस जाता है और यूजर तब तक इसे खोल नहीं पाता जब तक कि वह इसे ‘अनलॉक’ करने के लिए रैन्सम (फिरौती)नहीं देता।
यूएससीईआरटी ने कहा कि व्यक्ति और संगठनों से फिरौती नहीं देने की अपील की जाती है क्योंकि इसके बाद भी यह गारंटी नहीं है कि वह अपने कम्प्यूटर को खोल पाएंगे। इसके अनुसार जब कोई सॉफ्टवेयर पुराना होता है या फिर ‘अनपैच्ड’ (सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण ताजा कम्प्यूटर प्रोग्राम से विहीन)होता है तो रैन्समवेयर उस पर आसानी से हमला कर सकता है। टीम ने कहा,‘‘वॉनाक्राई रैन्समवेयर संभवत: सर्वर मैसेज ब्लॉक 1.0 (एसएमबीवी1)में कमजोरी का लाभ उठा रहा है।’’