Edited By ,Updated: 20 May, 2017 10:27 AM
विवादित दक्षिण चीन सागर में भारत और सिंगापुर के संयुक्त नौसैनिक अभ्यास को लेकर चीन ने कहा कि वह तबतक इसका विरोध नहीं करेगा, जब तक कि यह उसके हितों...
पेइचिंग: विवादित दक्षिण चीन सागर में भारत और सिंगापुर के संयुक्त नौसैनिक अभ्यास को लेकर चीन ने कहा कि वह तबतक इसका विरोध नहीं करेगा, जब तक कि यह उसके हितों के लिए नुकसानदायक नहीं होगा। चीन ने कहा कि उसे इस तरह के आदान-प्रदान से विरोध नहीं है, बशर्ते यह क्षेत्रीय शांति में खलल न डाले।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, 'अगर इस तरह का अभ्यास और सहयोग क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए लाभकारी है तो हमें इससे कोई ऐतराज नहीं है।' बता दें कि भारत, सिंगापुर ने गुरुवार को दक्षिण चीन सागर में नौसेना अभ्यास शुरू किया, जिस पर चीन और आसपास के अन्य देश अपना दावा करते हैं । हुआ ने कहा, 'हम देशों के बीच सामान्य आदान-प्रदान के लिए एक बहुत ही खुला द्दष्टिकोण रखते हैं ।' हुआ ने कहा, 'हम सिर्फ यह उम्मीद करते हैं कि जब प्रासंगिक देश ऐसा आदान-प्रदान और सहयोग करें, तो इस बात को दिमाग में रखें कि इस तरह की गतिविधियां अन्य देशों के हितों को प्रभावित न करें या उनका क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर कोई नकारात्मक असर न हो।'