Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Jun, 2018 12:43 PM
अमेजॉन के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। बेजोस की कुल संपत्ति 141.9 अरब डॉलर (9.64 लाख करोड़ रुपए) हो गई है। फोर्ब्स द्वारा सोमवार को जारी विश्व के अरबपतियों की सूची में इस बात का खुलासा...
बिजनेस डेस्कः अमेजॉन के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। बेजोस की कुल संपत्ति 141.9 अरब डॉलर (9.64 लाख करोड़ रुपए) हो गई है। फोर्ब्स द्वारा सोमवार को जारी विश्व के अरबपतियों की सूची में इस बात का खुलासा हुआ।
बिल गेट्स को छोड़ा पीछे
बेजोस ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स को हराकर पहला स्थान हासिल किया है। बेजोस की एक जून से संपत्ति 5 अरब डॉलर से अधिक बढ़ी है। वहीं, बिल गेट्स की संपत्ति 92.9 अरब डॉलर है। वॉरेन बफेट 82.2 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर है।
उनकी ऑनलाइन रिटेलिंग अमेजॉन, एप्पल के बाद दुनिया की दूसरी मोस्ट वैल्युएबल कंपनी है। फॉर्चून के पिछले लिस्ट के अनुसार, अमेरिका की सबसे बड़ी कंपनियों की 2018 की लिस्ट में अमेजॉन 177.87 अरब डॉलर रेवेन्यू के साथ 8वें पायदान पर था। जेफ बेजोस इस साल की शुरूआत में भी आधिकारिक रूप से दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए थे।
जानिए जेफ बेजोस और अमेजॉन के जुड़े कुछ तथ्य
- जेफ बेजोस जन्म से ही समृद्ध परिवार से थे। उनका जन्म 12 जनवरी 1964 में न्यू मैक्सिको में हुआ था। उनका परिवार 25 हजार एकड़ जमीन का आसामी था।
- उनके चर्चे तब भी धनी वर्ग में होते थे। पढ़ने में बेहतर बेजॉस ने अपनी तरक्की के संकेत बचपन में ही दे दिए थे। वे नेशनल मेरिट स्कॉलर रहे हैं।
- फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी से उन्होंने सिल्वर नाइट पुरस्कार जीता और बाद में प्रिंसटन विवि से स्नातक की परीक्षा पास की।
- अमेजॉन सिर्फ ऑनलाइन किताबे बेचने के लिए बनाई गई थी। इस पर बिकने वाली पहली किताब का नाम “Fluid Concepts and Creative Analogies” था।
- अमेजॉन का कारोबार केवल ऑनलाइन बिक्री तक ही सीमित नहीं रहा है। बेजॉस ने 'ब्लू ऑरिजिन' कंपनी बनाई है। यह एक ऐसा रॉकेट बनाने की तैयारी में है, जो लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराएगा। बेजोस ने वर्ष 2013 में 'वॉशिंगटन पोस्ट' को खरीदा था। उन्होंने इसके लिए 25 करोड़ डॉलर चुकाए थे।
गैराज में शुरू की कंपनी
जेफ हमेशा से कुछ अलग करना चाहते थे। पढ़ाई के बाद उन्होंने कई जगह जॉब की लेकिन उनका मन नहीं लगा। सबसे पहले उन्होंने अपना खुद का काम गैराज में शुरू किया बिजनेस चल पड़ा तो उन्होंने कंपनी को नाम देना का सोचा। सबसे पहले उन्होंने कडाब्रा और फिर रेलेंटसेसडॉटकॉम जैसे नाम सोचे लेकिन बाद में साउथ अमेरिकी नदी अमेजॉन से प्रेरित होकर उन्होंने कंपनी का नाम अमेजॉन रखा जिस पर मुहर लग गई। 2007 में कंपनी ने बड़ी उप्लब्धि हासिल की और ऑनलाइन बिजनेस में उनकी कंपनी एक ब्रांड बन गई।