Edited By Tanuja,Updated: 12 Jun, 2018 01:42 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के किंग किम जोंग की अहम शिखर वार्ता को सफल करार देने के बावजूद टंप के साथ सिंगापुर पहुंचे अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि इस बार अमरीका पहले की तरह बेवकूफ नहीं बनेगा...
वॉशिंगटनः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के किंग किम जोंग की अहम शिखर वार्ता को सफल करार देने के बावजूद टंप के साथ सिंगापुर पहुंचे अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि इस बार अमरीका पहले की तरह बेवकूफ नहीं बनेगा। उन्होंने यह बयान पूर्व में उत्तर कोरिया से हुई संधियों को लेकर दिया है। माइक ने पत्रकारों को शिखरवार्ता की जानकारी देने के दौरान कहा कि वह इस बार उत्तर कोरिया से वार्ता के दौरान पहले की तरह कोई गलती नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि उत्तर कोरिया ने हमेशा अमरीका को संधि की आड़ में पागल बनाया है, लेकिन ऐसा अब नहीं होने वाला है। उनका कहना था कि दोनों तरफ से बैठक को लेकर चीजों को अंतिम रूप दे दिया गया है। माइक का कहना है कि इस वार्ता में दो लोग बेहद अहम हैं और वे दोनों ही कल वार्ता के लिए कमरे में होंगे। माइक यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कहा कि पहले कई अमरीकी राष्ट्रपतियों ने उत्तर कोरिया से संधि की लेकिन यह केवल कागजों तक ही सीमित रही। इन संधियों का उत्तर कोरिया ने कभी पालन नहीं किया। इसलिए मौजूदा राष्ट्रपति पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए ऐसी अहम संधि करना चाहते हैं जिससे उत्तर कोरिया अलग न हो सके।
माइक का कहना था कि राष्ट्रपति ट्रंप का मकसद उत्तर कोरिया को बिना धमकाए एक मसौदा तैयार करना है, जिसपर दोनों राजी हो सकें। माइक के मुताबिक इस अहम शिखर वार्ता से पहले ट्रंप ने अपने समर्थक देशों से भी वार्ता की है। इस बाबत उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे समेत जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे से भी बात कर समर्थन मांगा है। इस मुद्दे पर ट्रंप लगातार दोनों देशों से जुड़े हुए हैं।