Edited By Anil dev,Updated: 05 Jun, 2019 03:57 PM
माउन्ट एवरेस्ट और इसके आस-पास की चोटियां तेजी से प्रदूषित हो रही हैं और गर्मी की चपेट में आ रही हैं जिससे ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। इससे भविष्य में चढऩे वाले पर्वतारोहियों को अधिक खतरे का सामना करना पड़ सकता है। एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने मंगलवार...
काठमांडू: माउन्ट एवरेस्ट और इसके आस-पास की चोटियां तेजी से प्रदूषित हो रही हैं और गर्मी की चपेट में आ रही हैं जिससे ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। इससे भविष्य में चढऩे वाले पर्वतारोहियों को अधिक खतरे का सामना करना पड़ सकता है। एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने मंगलवार को यह बात कही। वेस्टर्न वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जॉन ऑल ने एवरेस्ट क्षेत्र में कुछ सप्ताह बिताने के बाद यह जानकारी साझा की।
2009 में भी किया गया था शोध
उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनके साथी वैज्ञानिकों ने पाया कि बर्फ में गहरे तक प्रदूषण दबा हुआ है। उन्होंने नेपाल की राजधानी काठमांडू में कहा कि यहां पर जो बर्फ है वह प्रदूषकों को घेर कर नीचे की ओर ले जा रही है। उनकी टीम ने एवरेस्ट और उसके आसपास की चोटियों पर अध्ययन करके यह निष्कर्ष निकाला है। उन्होंने यह भी पाया है कि यहां के हिमनद पीछे की तरफ हट रहे हैं और उनकी बर्फ कम हो रही है। ऑल ने कहा कि जो आंकड़े उन्होंने एकत्र किए हैं उनका अमेरिका में गहन अध्ययन किया जायेगा। उन्होंने इसी तरह का शोध 2009 में भी किया था। उन्होंने कहा कि बीते दस सालों में पर्वतों में बहुत बदलाव आया है।