म्यांमार में सैनिकों की क्रूरता में साथ दे रहा चीन ! निगरानी के लिए तैनात किए गए चीनी ड्रोन

Edited By Tanuja,Updated: 11 Apr, 2021 11:21 AM

myanmar military deploys chinese drones to monitor protesters report

म्यांमार में तख्तापल के बाद सैन्य सरकार की क्रूरता बढ़ती जा रही है । एक रिपोर्ट के मुताबिक म्यांमार में सेना द्वारा अब तक कई लोकतंत्र समर्थकों की हत्या के अलावा...

इंटरनेशनल डैस्कः  म्यांमार में तख्तापल के बाद  सैन्य सरकार की क्रूरता बढ़ती जा रही है । एक रिपोर्ट के मुताबिक म्यांमार में सेना द्वारा अब तक  कई लोकतंत्र समर्थकों की हत्या के अलावा इंटरनेट से जुड़ सभी सेवाएं बंद कर रखी हैं। म्यांमार की इस क्रूरता में मानवाधिकारों के हनन के लिए मशहूर चीन उसका भागीदार बना हुआ है। म्यामार में सेना ने कम से कम 700 लोगों की हत्या कर दी है और अब प्रदर्शनकारियों की निगरानी करने के लिए चीन के ड्रोन्स का इस्तेमाल हो रहा है। 

 

ब्रिटिश मिलिट्री इंटेलिजेंस पब्लिकेशन जेन्स इंटरनेशनल डिफेंस रिव्यू की रिपोर्ट में  सोशल मीडिया की तस्वीरों से  इसका हवाला दिया गया है। इन तस्वीरों में मार्च महीने में मांडले शहर पर ड्रोन्स देखे गए थे  जहां लोग तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। चीन तेजी से हथियार सप्लाई करने वाले देश के तौर पर उभर रहा है। रिसर्च पेपर्स में ये बात कही गई है कि जब से चीन ने आर्म्ड ड्रोन निर्यात करना शुरू किया है, तब से गैर-लोकतंत्र देशों में लोकतांत्रित देशों के मुकाबले ड्रोन इस्तेमाल करने की होड़ अधिक बढ़ी है।

 

रिपोर्ट के अनुसार  मांडले म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यहां तस्वीरों में दो तरह के ड्रोन कम ऊंचाई पर उड़ते दिख रहे थे और इनकी आवाज भी मांडले के लोगों को सुनाई दे रही थी।  इनमें से एक CH-3A ड्रोन है, जिसे चीन के सरकारी रक्षा कॉन्ट्रैक्टर चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन (सीएएससी) ने विकसित किया है।  माना जाता है कि चीन ने साल 2013 से 2015 तक 10 से 12 CH-3A ड्रोन म्यांमार को दिए थे जिन्हें इस देश की वायु सेना इस्तेमाल करती है.
 

रिपोर्ट में बताया गया है कि CH-3A ड्रोन का इस्तेमाल आमतौर पर हवा से निगरानी करने, तस्वीरें लेने और डाटा एकत्रित करने के लिए होता है, जिससे सेना को योजनाओं पर काम करने में मदद मिलती है। इससे किसी भी विद्रोही समहू या आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाना भी आसान हो जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ड्रोन का इस्तेमाल मांडले में जमीनी हकीकत जानने के लिए हुआ था ताकि ये भी पता चल जाए कि लोग क्या कर रहे हैं और उन्हें नियंत्रित करने के लिए कितने सैन्यबल की जरूरत है।  दूसरा, ड्रोन तैनात करने का एक और उद्देश्य लोगों को डराना था।

 

क्या है CH-3A ड्रोन

  • CH-3A ड्रोन में सीएच का मतलब केहोंग ड्रोन होता है, जिसका मतलब चीनी भाषा में इंद्रधनुष होता है।
  • इसका अधिकतम वजन 650 किलो होता है और इसका विंगस्पैन 8 मीटर का होता है जबकि इसकी पेलोड क्षमता 180 किलो की होती है। 
  • यह 12 घंटे तक 19,685 फीट पर रहकर भी काम कर सकता है।
  • हालांकि ऑप्टिकल ऑपरेटिंग एल्टीट्यूड पर इसकी रेंज 9,842–16,404 फीट तक है।
     

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