Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2018 10:17 PM
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस छोडऩे के बाद अपने सबसे बड़े राजनीतिक संबोधन में मंगलवार को ‘ बाहुबल की राजनीति ’ पर जमकर निशाना साधते हुए दुनिया भर के लोगों से मानवाधिकारों और अन्य मूल्यों का सम्मान करने का आग्रह किया। उन्होंने...
जोहानिसबर्ग : अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस छोडऩे के बाद अपने सबसे बड़े राजनीतिक संबोधन में मंगलवार को ‘ बाहुबल की राजनीति ’ पर जमकर निशाना साधते हुए दुनिया भर के लोगों से मानवाधिकारों और अन्य मूल्यों का सम्मान करने का आग्रह किया। उन्होंने नस्लभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला की 100 वीं जयंती के अवसर पर अपने जोशीले भाषण में ये बातें कहीं।
ओबामा ने अपने संबोधन में अपने उत्तराधिकारी डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिए बगैर वर्तमान अमरीकी राष्ट्रपति की कई नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मंडेला ने लोकतंत्र , विविधता और सहिष्णुता सहित अन्य क्षेत्रों में काम किया। उन्होंने लोगों से एकजुट होकर इन विचारों को जीवित रखने का आग्रह किया।
ओबामा ने आज के समय को ‘ अजीब और अनिश्चित ’ बताते हुए अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सिर चकरा देने वाली और व्याकुल कर देने वाली सुर्खियां देखने को मिलती हैं। ‘बाहुबल की राजनीति’ पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘सत्तासीन लोग हर संस्था को कमजोर करने की कोशिश करते हैं जबकि ये संस्थाएं हीं लोकतंत्र को असल में अर्थपूर्ण बनाती हैं।’