Edited By Isha,Updated: 01 Sep, 2018 10:26 AM
पूरे पाकिस्तान में 2018 के पहले छह महीनों में बाल उत्पीडऩ के कुल 2322 मामले दर्ज हुए। यह वर्ष 2017 के शुरुआती छह महीनों की तुलना में 32 प्रतिशत की बढोत्तरी है। बच्चों को हिंसा से
पेशावरः पूरे पाकिस्तान में 2018 के पहले छह महीनों में बाल उत्पीडऩ के कुल 2322 मामले दर्ज हुए। यह वर्ष 2017 के शुरुआती छह महीनों की तुलना में 32 प्रतिशत की बढोत्तरी है। बच्चों को हिंसा से बचाने के उद्देश्य से काम करने वाले एनजीओ ने यह रिपोर्ट दी है। एनजीओ ‘साहिल’ ने पूरे पाकिस्तान के मुख्य अखबारों के समाचारों के आधार पर ‘क्रुअल नंबर्स रिपोर्ट’ तैयार की जिसमें जनवरी से जून 2018 तक के डेटा का संग्रह किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि चारों प्रांतों के साथ इस्लामाबाद, कश्मीर तथा गिलगिट-बाल्टिस्तान के अखबारों द्वारा दी गई खबरों में बाल उत्पीडऩ के कुल 2322 मामले सामने आए। इसकी तुलना में, जनवरी से जून 2017 तक इस तरह की 1764 घटनाएं प्रकाश में आईं। इसका अर्थ यह हुआ कि इस साल शुरुआती छह महीने में 12 से अधिक बच्चे हर दिन उत्पीडऩ का शिकार हुए।