Edited By Tanuja,Updated: 06 Aug, 2018 03:48 PM
गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान की इज्जत अब लोन के सहारे टिकी हुई लगती है । अगर पाक को 6 हफ्ते के भीतर 12 अरब डॉलर का लोन नहीं मिला तो देश की बर्बादी तय है और इसका कांउटडाऊन शुरू हो चुका...
पेशावरः गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान की इज्जत अब लोन के सहारे टिकी हुई लगती है । अगर पाक को 6 हफ्ते के भीतर 12 अरब डॉलर का लोन नहीं मिला तो देश की बर्बादी तय है और इसका कांउटडाऊन शुरू हो चुका। इमरान की होने वाली कैबिनेट में वित्त मंत्री के दावेदार असद उमर ने कहा कि पिछली सरकार ने देश को गंभीर आर्थिक संकट में छोड़ दिया है।
पाकिस्तानी कंपनी एंग्रो कॉरपोरेशन के पूर्व प्रमुख रहे असद उमर ने कहा कि देश में 10 से 12 अरब डॉलर की गंभीर वित्तीय संकट है। एक समाचार एजेंसी से बातचीत में असद उमर ने कहा कि सिर्फ इतना ही नहीं, देश चूंकि बिल्कुल 'कगार पर खड़ा' है, इसलिए नई सरकार को इसे संभालने के लिए कुछ अतिरिक्त रकम की भी जरूरत होगी। उमर ने कहा, 'पाकिस्तान को अगले छह हफ्तों के भीतर ही कई निर्णय लेने होंगे. जितनी ही देर होगी, कठिनाई उतनी ही बढ़ जाएगी.' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मदद के लिए आईएमएफ, दोस्त देशों से बात करेगा. इसके अलावा डायस्पोरा बॉन्ड भी जारी किए जाएंगे।
गौरतलब है कि इमरान खान पाकिस्तान के पीएम बनने की तैयारी तो कर रहे हैं, लेकिन वहां की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। कई निवेशकों और जानकारों को लगता है कि अगर चीन और आईएमएफ ने राहत पैकेज नहीं दिया तो पाकिस्तान को संभालना मुश्किल होगा। गौरतलब है कि 1980 के दशक से अब तक आईएमएफ पाकिस्तान को 12 बार आर्थिक कार्यक्रमों के द्वारा मदद कर चुका है. पिछली बार ही आईएमएफ ने करीब 6.6 अरब डॉलर का राहत पैकेज दिया था और लगभग इतना ही कर्ज चीन भी दे चुका है।