Edited By Tanuja,Updated: 15 Jun, 2022 04:59 PM
जर्मनी के बर्लिन शहर में शुरू हुई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में सभी की नजरें पाकिस्तान को लेकर होने वाले फैसले...
इंटरनेशनल डेस्कः जर्मनी के बर्लिन शहर में शुरू हुई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में सभी की नजरें पाकिस्तान को लेकर होने वाले फैसले पर टिकी हुई हैं। पाकिस्तान पर यह फैसला कभी भी आ सकता है। इस बीच पाकिस्तान आधिकारिक सूत्रों ने मान लिया है कि उनके देश का FATF की ग्रे लिस्ट से निकलना मुश्किल है। यही वजह है कि पाकिस्तान अब एक नई चाल चल रहा है और 'ऑनसाइट विजिट' कराना चाहता है।
पाकिस्तान इस नई चाल के जरिए यह उम्मीद कर रहा है कि अगले साल फरवरी तक FATF की ग्रे लिस्ट से निकलने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ सकता है। पाकिस्तान को जून 2018 में ग्रे लिस्ट में डाला गया था और उसे 27 प्वाइंट वाला एक्शन प्लान दिया गया था ताकि वह आतंकियों की फंडिंग पर रोक लगाए। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर महीने में पाकिस्तान को सात और एक्शन प्लान दिए गए थे। पाकिस्तान का दावा है कि उसने 34 में से 32 एक्शन प्लान को पूरा कर लिया है। कंगाली की हालत से गुजर रहे पाकिस्तान की शहबाज सरकार और सेना ने FATF की ग्रे लिस्ट से निकलने के लिए तगड़ी लामबंदी की थी और उसे इसमें चीन, तुर्की और मलेशिया का भी साथ मिल रहा था।
लेकिन चीन-तुर्की और मलेशिया का प्लान भी फेल होता नजर आ रहा है। पाकिस्तान के आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में कम से कम अगले साल फरवरी तक बना रह सकता है। जर्मनी में चल रही बैठक में 17 जून को पाकिस्तान के भविष्य पर फैसला होना है। अभी पाकिस्तान की ओर हुई प्रगति की समीक्षा चल रही है।एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून से कहा कि हमें एफएटीएफ के अधिकारियों के ऑनसाइट विजिट से ज्यादा मिलने की उम्मीद नहीं है।
उन्होंने कहा, 'अगर FATF ऑनसाइट यात्रा पर सहमत हो जाता है तो यह पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से निकालने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ना होगा।' अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में भी घोषणा अगले प्लेनरी सत्र में होगी जो अक्टूबर महीने में होनी है। पाकिस्तान आधिकारिक रूप से अगले साल फरवरी तक ग्रे लिस्ट से निकल सकता है।