Edited By Tanuja,Updated: 21 Sep, 2020 11:48 AM
पाकिस्तान में सेना और इमरान खान सरकार के खिलाफ बगावत का बिगुल बजता दिखाई दे रहा है जिससे देश की राजनीति में बड़ा भूचाल आ सकता है। ..
पेशावर: पाकिस्तान में सेना और इमरान खान सरकार के खिलाफ बगावत का बिगुल बजता दिखाई दे रहा है जिससे देश की राजनीति में बड़ा भूचाल आ सकता है। पाक के इतिहास में शायद पहली बार सारी विपक्षी पार्टियां सेना के खिलाफ एकजुट हो गई हैं। शुक्रवार को तमाम विपक्षी पार्टियों की ऑल पार्टी कॉन्फ्रेंस बुलाई गई जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ लंदन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें शामिल हुए।
नवाज ने प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार पर कई आरोप लगाए। सबसे खास बात यह है कि नवाज ने बिना नाम लिए फौज पर निशाना साधा। पाकिस्तान में आमतौर पर नेता फौज से खिलाफ बोलने से डरते हैं। एपीसी में कहा गया कि इमरान फौरन इस्तीफा दें और देश में नए सिरे से चुनाव हों। सरकार के खिलाफ अगले महीने से आंदोलन चलाने की तैयारी भी की जाएगी। नवाज का रुख इमरान के प्रति बहुत ज्याद सख्त नहीं दिखा। लेकिन, उन्होंने सेना पर बिना नाम लिए निशाना साधा। नवाज ने कहा- इमरान सरकार के खिलाफ हमारा आंदोलन शुरू होने जा रहा है। हम इस सरकार को हटाकर रहेंगे। ये सरकार तो बैसाखियों पर चल रही है। अगर चुनाव सही तरीके से होते तो ये सरकार कभी नहीं आ सकती थी।
लोगों ने वोट लूटे गए हैं। सच्चाई तो ये है कि पाकिस्तान में इस तरह की चीजें होती रही हैं। पाकिस्तान मतों की लूट की प्रयोगशाला बन गया है। नवाज ने कहा- पाकिस्तान में हर तानाशाह ने औसतन 9 साल राज किया। इमरान के दो साल पूरे हो गए हैं। इससे ज्यादा वो सरकार नहीं चला पाएंगे। जिन्होंने सरकार और उसके स्पॉन्सर्स के खिलाफ आवाज उठाई, उन्हें कोर्ट में घसीटा जा रहा है, उनके परिवारों को टॉर्चर किया जा रहा है।