Edited By Pardeep,Updated: 20 Dec, 2019 10:51 PM
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएसी) को पत्र लिखकर भारत की गतिविधियों पर चिंता जताई है। शुक्रवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 5 महीने में यूएन सुरक्षा परिषद और महासचिव को कश्मीर मुद्दे पर लिखा यह...
इस्लामाबादः पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएसी) को पत्र लिखकर भारत की गतिविधियों पर चिंता जताई है। शुक्रवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 5 महीने में यूएन सुरक्षा परिषद और महासचिव को कश्मीर मुद्दे पर लिखा यह उनका 7वां पत्र है। महमूद ने इसमें दावा किया है कि भारत ने मिसाइलों का परीक्षण और उनकी तैनाती की है। उन्होंने आशंका जताई है कि भारत कश्मीर मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान पर हमला कर सकता है।
मंत्री कुरैशी ने यूएनएससी और यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को 12 दिसंबर को लिखे पत्र में कहा- दक्षिण एशिया में माहौल पहले से तनावपूर्ण है। ऐसे में भारत की गतिविधियों से हालात और भी बिगड़ सकते हैं। इससे पहले कुरैशी 6 बार यूएन को पत्र लिख चुके हैं, जिनकी तारीख इस प्रकार है:
- 1 अगस्त 2019
- 6 अगस्त 2019
- 13 अगस्त 2019
- 26 अगस्त 2019
- 16 सितंबर 2019
- 31 अक्टूबर 2019
कुरैशी की अपील- कश्मीर मामले में दखल दे यूएनएससी
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के मुताबिक, कुरैशी ने यूएन को अब तक लिखे सभी पत्रों में कश्मीर का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने के लिए जरूरी है कि यूएनएससी इस मामले में दखल दे। उन्होंने भारत और पाकिस्तान में यूएन सैन्य निरीक्षक समूह मिशन (यूएनएमओजीआईपी) को मजबूत बनाने का प्रस्ताव भी रखा है।
क्या है एमओजीआईपी?
एमओजीआईपी जनवरी 1949 में स्थापित एक अमेरिकी मिशन है, जो भारत और पाकिस्तान में शांति कायम रखने के लिए काम करता है। शिमला समझौते और नियंत्रण रेखा की स्थापना के बाद से भारत इस मिशन की उपयोगिता नकारता रहा है। मिशन अभी भी पाकिस्तान और भारत के कश्मीर से सटे क्षेत्रों में अपना काम कर रहा है।