Edited By vasudha,Updated: 19 Oct, 2020 09:25 AM
पाकिस्तान की राजनीति में इन दिनों काफी उठक पठक देखने को मिल रही है। विपक्ष दलों की रैलियों से प्रधानमंत्री इमरान खान डरे नजर आ रहे हैं, इसीका नतीजा है कि वहां की पुलिस ने पीएमएल एन के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान को...
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान की राजनीति में इन दिनों काफी उठक पठक देखने को मिल रही है। विपक्ष दलों की रैलियों से प्रधानमंत्री इमरान खान डरे नजर आ रहे हैं, इसीका नतीजा है कि वहां की पुलिस ने पीएमएल एन के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान को अरेस्ट कर लिया है।
अवान ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की कराची रैली में भाग लिया था, जिसके बाद उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाजने अपने पति की गिरफ्तारी का विरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने होटल के कमरे का दरवाजा तोड़कर अवान को गिरफ्तार किया है। दरअसल पाकिस्तान में शुक्रवार को सरकार विरोधी प्रदर्शन के तहत विपक्षी नेताओं के पीडीएम गठबंधन ने एक बड़ी रैली निकाली। इस रैली में हजारों की संख्या में विपक्षी दलों के नेता और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।
नवाज शरीफ ने इस दौरान सैन्य नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा था कि जनरल कमर जावेद बाजवा ने मेरी सरकार को खत्म कर दिया। उन्होंने 2018 के चुनावों में धांधली की और नाकाबिल इमरान खान को देश पर थोप दिया। जनरल बाजवा प्रत्यक्ष अपराधी हैं और उन्हें इसके लिए जवाब देना होगा। उन्होंने उनकी सरकार गिराने के पीछे इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का हाथ होने का भी आरोप लगाया और कहा कि पूरा प्रकरण आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद की मदद से हुआ।
बता दें कि विपक्षी दलों ने 20 सितंबर को पीडीएम के गठन और तीन चरण में सरकार विरोधी अभियान चलाने की घोषणा की थी। इसके तहत इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीके इंसाफ सरकार को सत्ता से हटाने के लिए देश भर में जन सभाएं, प्रदर्शन और रैलियां की जाएंगी। जनवरी 2021 में इस्लामाबाद के लिए लंबा मार्च निकाला जाएगा।