श्रीलंका में राजनितिक संकट बरकार, पूर्व PM ने 50 साल पुराना गठबंधन तोड़ा

Edited By Tanuja,Updated: 12 Nov, 2018 11:32 AM

rajapaksa ends 50 year association with sirisena s party

श्रीलंका  में राजनितिक संकट के चलते रविवार को  पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (72) सिरिसेना की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) से 50 साल पुराना गठबंधन तोड़  नवगठित ...

कोलंबोः श्रीलंका  में राजनितिक संकट के चलते रविवार को  पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (72) सिरिसेना की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) से 50 साल पुराना गठबंधन तोड़  नवगठित श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) में शामिल हो गए । राजपक्षे के इस कदम से माना जा रहा है कि वे 5 जनवरी को होने वाले चुनाव में अकेले लड़ सकते हैं। इस दौरान वे 1951 में गठित एसएलएफपी का साथ नहीं देंगे, जबकि राजपक्षे के पिता डॉन एल्विन राजपक्षे इस पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने रविवार सुबह एसएलपीपी की सदस्यता ग्रहण की। राजनीति में राजपक्षे की वापसी के लिए यह पार्टी उनके समर्थकों ने पिछले साल बनाई थी।
PunjabKesari
कुछ दिन पहले राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने रानिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद उन्होंने महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई थी। विक्रमसिंघे ने खुद को हटाने के फैसले को असंवैधानिक बताया था। उन्होंने संसद में बहुमत साबित करने के लिए मौका देने की मांग की थी। विक्रमसिंघे के समर्थकों द्वारा प्रदर्शन के बाद न्यूयॉर्क के ह्यूमन राइट्स वॉच ने चेतावनी दी थी कि श्रीलंका में पूर्व राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री बनाने से गलत परंपरा की शुरुआत हो सकती है। बताया जा रहा है कि सिरिसेना और विक्रमसिंघे के बीच कई मुद्दों खासकर आर्थिक और सुरक्षा मसलों पर मतभेद थे।
 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!