ईरान संसद पर हमले को लेकर बुरा फंसा सऊदी अरब
Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 02:00 PM
ईरान की संसद और खुमैनी मकबरे पर आतंकी हमले को लेकर सऊदी अरब बुरी तरह फंस गया है...
तेहरान: ईरान की संसद और खुमैनी मकबरे पर आतंकी हमले को लेकर सऊदी अरब बुरी तरह फंस गया है। बुधवार को इन आतंकी हमलों से पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री अब्देल जुबेर ने खुलेआम धमकी दी थी कि ईरान को खाड़ी क्षेत्र में दखल देने और आतंकी संगठनों का समर्थन करने का खामियाजा निश्चित रूप से भुगतना पड़ेगा।पेरिस दौरे पर जुबेर ने कहा कि ईरान अलकायदा समेत अन्य आतंकी संगठनों के सरगना को संरक्षण दे रहा है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री जुबेर की इस धमकी के कुछ घंटे बाद ही ईरान में हुए आतंकी हमले हुए हैं। ईरान शिया बहुल मुस्लिम राष्ट्र है, जबकि सऊदी सुन्नी बहुल मुस्लिम राष्ट्र है। इन दोनों देशों के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। हाल ही में दोनों देशों ने एक-दूसरे से राजनयिक संबंध तक खत्म कर लिए थे। अब सऊदी और ईरान के बीच टकराव के हालात पैदा हो गए हैं। इससे पहले सऊदी समेत सात देशों ने कतर से राजनयिक रिश्ते खत्म कर लिए थे।
इस मामले में ईरान ने कतर का समर्थन किया था जिससे सऊदी अरब समेत कई देश ईरान से भी खफा हो गए हैं।वर्तमान में खाड़ी क्षेत्र दो धड़े में बंट गया है। मालूम हो कि बुधवार को ईरानी संसद और खुमैन के मकबरे पर हमलों में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए। वहीं, ईरान के सुरक्षा बल इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर ने आतंकियों के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया।