Edited By Tanuja,Updated: 29 Jul, 2018 11:42 AM
अमरीकी खुफिया अधिकारियों के अनुसार रूसी हैकर अमरीका में ब्लैक आऊट की फिराक में हैं और उन्होंने बिजली ग्रिड में सेंधमारी की कोशिश भी की है। इससे पहले भी अमरीका आरोप लगाता रहा है कि रूसी हैकरों ने क्रेमलिन (रूसी सरकार का मुख्यालय) की शह पर...
लॉस एंजिलसः अमरीकी खुफिया अधिकारियों के अनुसार रूसी हैकर अमरीका में ब्लैक आऊट की फिराक में हैं और उन्होंने बिजली ग्रिड में सेंधमारी की कोशिश भी की है। इससे पहले भी अमरीका आरोप लगाता रहा है कि रूसी हैकरों ने क्रेमलिन (रूसी सरकार का मुख्यालय) की शह पर उसके राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप की कोशिश की जिसकी अमरीका बाकायदा जांच भी करा रहा है। अमरीकी आंतरिक सुरक्षा विभाग ने इस हफ्ते पेश अपनी रिपोर्ट में कहा, पिछले साल रूस के सैन्य खुफिया एजेंसी ने अमरीका के ऊर्जा संयंत्रों के नियंत्रण कक्ष में सेंधमारी की थी। सैद्धांतिक रूप से वह रिमोट के जरिए अमेरिका के कई बिजली ग्रिड को नियंत्रित कर सकते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक रूसी हैकरों के शिकार सैकड़ों की संख्या में है, जो उनके पूर्व के अनुमानों से कहीं अधिक है। हालांकि, अभी इस बात के सबूत नहीं है कि हैकरों ने बिजली संयंत्रों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की है या नहीं, जैसा कि रूसी हैकरों ने 2015 और 2016 में यूक्रेन में किया था।इस रिपोर्ट के आने के बाद कई धड़ों ने अमरीका में पुराने तापविद्युत संयंत्रों को बनाए रखने पर जोर दिया है, ताकि इस तरह के हमलों से निपटा जा सके। गौरतलब है कि यह रिपोर्ट ऐसे समय सामने आई है, जब शुक्रवार को ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मध्यावधि चुनावों में हैकिंग को रोकने के लिए किए प्रयासों की जानकारी दी गई है। व्हाइट हाउस ने कहा था कि विदेशी ताकतें इन चुनावों की सुचिता को भंग करना चाहती है। इसलिए राष्ट्रपति ने राज्यों और स्थानीय सरकारों को साइबर हमले का मुकाबला करने और चुनाव प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव मदद देने का फैसला किया है।