Edited By Tanuja,Updated: 28 Feb, 2024 04:02 PM
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद के आदेश पर मस्जिदों के अंदर इफ्तार परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नए आदेश के...
रियाद: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद के आदेश पर मस्जिदों के अंदर इफ्तार परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नए आदेश के अनुसार, रमजान के दौरान पूरे देश की मस्जिदों के अंदर इफ्तार पार्टी नहीं हो सकेगी। क्राउन प्रिंस सलमान के इस आदेश में कहा गया है कि मस्जिदों के इमामों को आगामी पवित्र महीने के दौरान उपासकों को इफ्तार कराने के लिए दान जुटाने से भी रोक दी गई है। यह कदम इस्लामिक मामलों मंत्रालय के रमजान से जुड़े उपायों का हिस्सा हैं।
मंत्रालय ने बता कि मस्जिदों को साफ रखने के लिए इनके अंदर इफ्तार परोसने पर प्रतिबंध लगाया गया है। निर्देश के अनुसार भोज कंपाउंड में पहले से तय किए गए स्थान पर इफ्तार आयोजित किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, नमाज के दौरान इमाम की फिल्म बनाने के लिए मस्जिदों के अंदर कैमरों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा या विभिन्न मीडिया के माध्यम से प्रार्थना प्रसारित करने और प्रसारित करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इस आदेश के अलावा इमामों से तरावीह की नमाज को लंबा करने से बचने और उपासकों के लिए लाभकारी उपदेश देने का आग्रह किया गया है। विशेष रूप से उपवास के नियमों और रमजान के पवित्र महीने की खूबियों पर प्रकाश डालने वाले उपदेशों से बचने को कहा गया है। सऊदी अरब अपने देश की छवि एक कट्टरपंथी मुल्क से बदलना चाहता है। इसका प्रमुख कारण प्रिंस सलमान की नई आर्थिक नीति है, जिसके जरिए वह 2030 तक सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था की तेल से निर्भरता को हटाना चाहते हैं।