Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 01 Apr, 2025 11:36 AM
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 9 महीने अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद बीती 18 मार्च को सुरक्षित धरती पर लौट आए। वे एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार होकर फ्लोरिडा के तट पर उतरे। दोनों...
इंटरनेशनल डेस्क: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 9 महीने अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद बीती 18 मार्च को सुरक्षित धरती पर लौट आए। वे एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार होकर फ्लोरिडा के तट पर उतरे। दोनों पिछले साल बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष में गए थे, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उनकी वापसी बार-बार टलती रही।
मिशन में देरी के लिए कौन जिम्मेदार?
मीडिया से बातचीत के दौरान जब सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर से पूछा गया कि इस देरी के लिए कौन जिम्मेदार है, तो विल्मोर ने कहा, "स्टारलाइनर के साथ कुछ समस्याएं थीं, जिसके कारण हम वापस नहीं लौट पाए। लेकिन मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। अगर मैं उंगली उठाऊंगा, तो खुद से शुरुआत करूंगा।" सुनीता विलियम्स ने भी इस पर सहमति जताई और कहा कि अंतरिक्ष कार्यक्रमों में तकनीकी चुनौतियां आम हैं। उन्होंने कहा, "कुछ चीजें हैं जिन्हें ठीक करने की जरूरत है और हमारी टीमें इस पर सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।"
तकनीकी समस्याओं की वजह से टली वापसी
पिछले साल 5 जून को दोनों अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए थे। लेकिन जब वे वहां पहुंचे, तो उनके बोइंग स्टारलाइनर में कुछ तकनीकी खामियां पाई गईं। इनमें ईंधन लीक और सॉफ़्टवेयर गड़बड़ियों जैसी समस्याएं शामिल थीं। नासा और बोइंग ने पहले उनकी वापसी की तारीख कई बार बदली, लेकिन जब स्पेसक्राफ्ट की खामियां ठीक नहीं हो पाईं, तो आखिरकार स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन से उनकी सुरक्षित वापसी कराई गई।
भविष्य में स्टारलाइनर पर विश्वास कायम
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे दोबारा बोइंग स्टारलाइनर पर भरोसा करेंगे, तो विल्मोर ने कहा, "बिल्कुल, क्योंकि हम इसमें सुधार करेंगे। इसे दुरुस्त करेंगे और इसे काम करने लायक बनाएंगे। बोइंग और नासा दोनों पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।" सुनीता विलियम्स ने भी इस बात का समर्थन किया और स्टारलाइनर को एक सक्षम स्पेसक्राफ्ट बताया। उन्होंने कहा, "हर अंतरिक्ष मिशन हमें नई सीख देता है और हम सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों।"