Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 07:41 PM
पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने ‘अलग हो चुके’ प्रेमी पर तेजाब डालकर उसकी हत्या करने के मामले में 20 साल की एक महिला को मौत की सजा सुनाई। मुल्तान जिले की इस अदालत ने कल शमीरा को 2016 में 23 साल के सदाकत अली की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई
लाहौर: पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने ‘अलग हो चुके’ प्रेमी पर तेजाब डालकर उसकी हत्या करने के मामले में 20 साल की एक महिला को मौत की सजा सुनाई। मुल्तान जिले की इस अदालत ने कल शमीरा को 2016 में 23 साल के सदाकत अली की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई।
मानवाधिकार कार्यकर्ता अब्दुल्ला मलिक ने कहा, ‘‘देश में संभवत: यह पहला मामला है जिसमें एक महिला को तेजाब फेंकने के मामले में मौत की सजा सुनाई गई है।’’ दोषी महिला ने सदाकत को अपने घर बुलाकर उसकी हत्या की थी। शमीरा ने अदालत में अपना गुनाह कबूल किया है। उसने अदालत को यह भी बताया कि उसके सदाकत अली से संबंध थे।
एक पुलिस अधिकारी ने उसके बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘उसने मुझे धोखा दिया और वह किसी अन्य लड़की से शादी करने जा रहा था... मैं यह र्शिमंदगी नहीं सह सकी और मैंने उस पर तेजाब फेंक दिया।’’ शमीरा ने कहा कि वह उसकी हत्या नहीं करना चाहती थी। उसने कहा, ‘‘मैं केवल इतना चाहती थी कि वह किसी और से शादी नहीं कर सके।’’