Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Apr, 2020 08:06 AM
दुनिया में कहर बरपाने वाला कोरोना वायरस चीन के वुहान से शुरू हुआ था। अमेरिका शुरू से ही आरोप लगाता आ रहा है कि इस वायरस को पैदा भी चीन ने ही किया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह बात दोहरा चुके हैं। इसी बीच बुधवार को राष्ट्रपति...
इंटरनेशनल डेस्कः दुनिया में कहर बरपाने वाला कोरोना वायरस चीन के वुहान से शुरू हुआ था। अमेरिका शुरू से ही आरोप लगाता आ रहा है कि इस वायरस को पैदा भी चीन ने ही किया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह बात दोहरा चुके हैं। इसी बीच बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रैंस में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की फंडिंग पर रोक लगाने की धमकी दे डाली। हालांकि बाद में उन्होंने खुद ही इस बयान का कंडन भी कर दिया।
ट्रंप ने WHO पर कोरोना से निपटने में चीन के पक्षपाती होने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि WHO का ध्यान सबसे ज्यादा चीन पर है जबकि दुनिया के कई देश इसका सामना कर रहे हैं। ट्रंप ने इसे गलत बताया और कहा कि अब हम इसपर बहुत बारीक से नजर रख रहे हैं और WHO के खर्च पर रोक लगाने जा रहे हैं। इन टिप्पणियों को करने के कुछ देर बाद ट्रंप ने अपने खुद के बयान का खंडन किया। ट्रंप ने इस बात से इनकार किया कि वह कह रहे हैं कि अमेरिका WHO को धन देना बंद कर देगा।
अपने बयान पर ट्रंप ने कहा कि नहीं, मैंने ऐसा नहीं कहा। मैंने कहा कि मैं इसे देखता हूं। इससे पहले ट्रंप भारत को भी मलेरिया की ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ दवाई न देने पर धमकी दे चुके हैं। ट्रंप ने कहा कि अर भारत इस दवा की सप्लाई नहीं करेगा तो उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा। बता दें कि अमेरिका में कोरोना से 12,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और करीब साढ़े तीन लाख लोग इससे संक्रमित हैं।