Edited By Tanuja,Updated: 21 Oct, 2020 05:06 PM
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व उनके प्रतिद्वंद्वी व डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जो बिडेन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जोरों पर है। इस बीच ट्रंप ने जो बिडेन और उनके बेटे...
वॉशिंगटनः अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व उनके प्रतिद्वंद्वी व डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जो बिडेन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जोरों पर है। इस बीच ट्रंप ने जो बिडेन और उनके बेटे हंटर के खिलाफ जांच शुरू करने का आदेश दिया। हालांकि, अमेरिकी न्याय विभाग ने राष्ट्रपति के जांच के आह्वान का जवाब नहीं दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को अटॉर्नी जनरल विलियम बर्र को फोन करके इस मामले की जांच का आदेश दिया है। खास बात यह है कि ट्रंप का यह आदेश ऐसे वक्त आया है, जब राष्ट्रपति चुनाव में महज दो सप्ताह का समय शेष है। ट्रंप के इस कदम से अमेरिका में सियासत तेज हो गई है।
इस जांच प्रक्रिया से जहां एक ओर डेमोक्रेटिक पार्टी सांसत में है, वहीं विपक्ष ने राष्ट्रपति ट्रंप पर न्याय विभाग का बेजा इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहा है। डेमोक्रेट्स का कहना है कि ट्रंप चुनाव में न्याय विभाग का राजनीतिकरण कर रहे हैं। ट्रंप ने 'फॉक्स एंड फ्रेंड्स' को दिए एक साक्षात्कार में कहा 3 नंवबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर जांच प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। राष्ट्रपति ट्रंप ने पहली बार इस जांच के लिए बर्र को फोन किया। राष्ट्रपति ने कहा कि बर्र को इस कार्य में देरी नहीं करनी चाहिए। राष्ट्रपति चुनाव के पहले यह जांच प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए, ताकि लोगों के समक्ष सच्चाई सामने आ सके।
उन्होंने बर्र को सुझाव दिया कि जांच में तेजी लाने के लिए किसी को नियुक्त किया जाना चाहिए। प्रिंसटन विश्वविद्यालय के जूलियन जेलिजर ने राष्ट्रपति के इस कदम से चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त इस तरह का कदम राजनीति से प्रेरित माना जाएगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या बर्र ने वाटरगेट के नियमों को भूला दिया है। जेलिजर ने कहा कि ट्रंप का यह आदेश राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम चरण में न्याय प्रणाली का राजनीतिकरण की ओर संकेत दे रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने बार-बार हंटर बिडेन के अतीत का हवाला दिया है। जेलिजर ने कहा कि राष्ट्रपति के तर्क निराधार हैं।