Edited By Tanuja,Updated: 21 May, 2022 06:03 PM
अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर लगाम कसने का ऐलान किया है। इसके लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और दक्षिण...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर लगाम कसने का ऐलान किया है। इसके लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने शनिवार को मुलाकात के बाद कहा कि उत्तर कोरिया के साथ वास्तविक कूटनीति की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है, ऐसे में वे उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे को रोकने के लिए विस्तारित सैन्य अभ्यास पर विचार करेंगे। ये घोषणा दोनों नेताओं द्वारा अपने पूर्ववर्तियों की नीति में बदलाव को दर्शाती है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अभ्यास को खत्म करने का विचार किया था और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के प्रति झुकाव दिखाया था। वहीं, दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून जेई इन उत्तर कोरिया द्वारा बार-बार पीछे हटने के बावजूद अपने कार्यकाल के खत्म होने तक किम के साथ वार्ता के लिए प्रतिबद्ध थे। बाइडन ने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सहयोग ‘‘सभी खतरों का एक साथ मुकाबला करने की हमारी तत्परता'' को दर्शाता है। बाइडेन और यून ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस बात को दोहराया कि उनका साझा लक्ष्य उत्तर कोरिया का पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण है।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने एक संयुक्त बयान जारी करके कहा कि वे यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद ‘‘नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था'' के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह बयान उत्तर कोरिया का आक्रोश और बढ़ा सकता है, जिसने अपने परमाणु हथियारों और मिसाइल विकास कार्यक्रमों का बचाव किया है, जिसे वह अमेरिकी खतरों के रूप में मानता है और लंबे समय से अमेरिका-दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यास को आक्रमण पूर्वाभ्यास के रूप में बताता है। हालांकि, सहयोगियों ने अभ्यास को रक्षात्मक बताया है।
बाइडेन ने एक बैठक में अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष से कहा कि दोनों देशों के बीच 70 साल का गठबंधन ‘‘साझे बलिदान'' पर आधारित है और इसे नए स्तरों पर ले जाया जाएगा क्योंकि व्यापार और प्रौद्योगिकी पर अतिरिक्त ध्यान देकर राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर दिया जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दोनों देश इस समय अवसरों और चुनौतियों दोनों का सामना करने के लिए काम कर रहे हैं।''
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कोरियाई प्रायद्वीप के विभाजन से दो देशों का जन्म हुआ। बाइडन ने उत्तर कोरिया को टीकों की अपनी पेशकश को दोहराया क्योंकि कोरोनो वायरस देश में खतरनाक रूप से तेजी से फैल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वह किम जोंग उन से मिलने के लिए तैयार हैं, बशर्ते उत्तर कोरिया के नेता ‘‘ईमानदारी बरतें'' और ‘‘गंभीर'' हों।