Edited By Tanuja,Updated: 02 Oct, 2019 01:36 PM
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने सऊदी अरब सऊदी अरामको तेल प्लांट पर हुए ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद अपने यहां लगाए गए पैट्रियट सिस्टम को बदल दिया है...
लॉस एंजलिस/ दुबई: अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने सऊदी अरब सऊदी अरामको तेल प्लांट पर हुए ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद अपने यहां लगाए गए पैट्रियट सिस्टम को बदल दिया है। सऊदी अरब ने अपने प्लांट की सुरक्षा के लिए यहां पर दो पैट्रियट सिस्टम लगाए थे लेकिन इसके बावजूद बीते 14 सितंबर को आंतकियों ने मिसाइल और ड्रोन हमले से इस प्लांट को नुकसान पहुंचाया, इस हमले की वजह से प्लांट के दो संयंत्रों को नुकसान पहुंचा था, इसको ठीक करने में कंपनी को एक सप्ताह से अधिक का समय लग गया।
अब यहां हुए नुकसान को ठीक करने के बाद फिर से काम शुरु कर दिया गया है। रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि सऊदी अरब की ओर से प्लांट की सुरक्षा के लिए जो सिस्टम लगाए गए थे वो कम क्षमता के थे जिसकी वजह से वो यहां पर हुए हमले को नहीं रोक पाए। यदि यहां लगाई गई मिसाइलों की क्षमता अधिक होती है तो इस तरह के हमलों को नाकाम कर दिया जाता।
प्रशांत वायु सेना (PACAF)के कमांडर जनरल चार्ल्स ब्राउन ने एक इंटरव्यू में कहा है कि वह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को छोटे परमाणु रिएक्टर हथियारों से लैस करने की योजना बना रहे हैं जिससे आतंकियों के किसी भी हमले को नाकाम किया जा सके। उनका कहना है कि इस तरह के हथियारों से लैस कर दिए जाने के बाद सुरक्षा बेहतर हो सकेगी। उनका सुझाव है कि ऐसे सिस्टम बड़े और भारी इंटरसेप्टर-आधारित सिस्टम से अधिक प्रभावी हो सकते हैं।