Edited By rajesh kumar,Updated: 14 Apr, 2020 01:52 PM
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को केंद्र सरकार से राज्य के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार को ऐसे लोगों के भोजन का प्रबंध करना चाहिए अन्यथा लोग ‘कोरोना की चपेट में आने से पहले भूख से मर जाएंगे।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को केंद्र सरकार से राज्य के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार को ऐसे लोगों के भोजन का प्रबंध करना चाहिए अन्यथा लोग ‘कोरोना की चपेट में आने से पहले भूख से मर जाएंगे।' नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष श्री अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘पहली बार लॉकडाउन की घोषणा के बाद से मुझे और मेरे पिता जी को देश के दूसरे राज्यों खासकर उत्तर भारत में फंसे कश्मीरियों के लगातार फोन आ रहे हैं।'
'भूख से मर जाएंगे'
उन्होंने कहा, ‘अब जबकि मोदी सरकार ने लॉकडाउन बढ़ा दिया है ऐसे में दूसरे राज्य में फंसे कश्मीरियों के लिये उचित प्रबंध करने की शीघ्र आवश्यकता है। फंसे लोगों में ज्यादातर के पास ज्यादा पैसे नहीं बचे हैं। उन लोगों के पास कोई काम नहीं जिसे करकर वे अपना खर्च वहन कर सकें।' उन्होंने ट्वीट किया, ‘उनमें से ज्यादातर लोगों का यही मानना है कि कोरोना से पहले वे भूख से मर जाएंगे। सरकार को इन लोगों को घर वापस लाने का कोई प्रबंध करना होगा और उसके बाद उनके रहने-खाने का प्रबंध संबंधी आपातकालीन फंड जारी करने का उपाय करना होगा।'
'अमृतशहर में फंसी 14 कश्मीरी लड़कियां'
श्री अब्दुल्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के 14 कश्मीरी लड़कियों के अमृतशहर में फंसे होने के ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के पास नौ-सीटों वाला विमान है जो कि वर्तमान समय में निष्क्रिय पड़ा है। उन्होंने पूछा इस विमान का इस्तेमाल करके अमृतशहर में फंसी लड़कियों को वापस क्यों नहीं लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में फंसे हुए लोगों को लाने की प्रक्रिया वहां के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थन से कुछ घंटों में पूरी हो सकती है।