Edited By ,Updated: 02 Apr, 2017 02:59 PM
कश्मीर में 2 दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव अभियान की कोई हलचल नहीं है लेकिन इसमें सत्तारूढ़ पीडीपी और विपक्षी नेकां तथा कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है।
श्रीनगर: कश्मीर में 2 दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव अभियान की कोई हलचल नहीं है लेकिन इसमें सत्तारूढ़ पीडीपी और विपक्षी नेकां तथा कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है। श्रीनगर और अनंतनाग संसदीय सीट पर उपचुनाव 9 और 12 अप्रैल को होने हैं और कुल 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए सत्तारूढ़ पीडीपी के नजीर खान और विपक्षी नेशनल कांन्फ्रेंस अध्यक्ष फारक अब्दुल्ला सहित 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई मुफ्ती तसद्दुक हुसैन और कांग्रेस के राज्य इकाई के अध्यक्ष जी ए मीर अनंतनाग सीट से उम्मीदवार हैं।
नेकां और कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए सीट समझौता किया है और दोनों मिल कर पीडीपी भाजपा गठबंधन सरकार को टक्कर दे रहे हैं। उपचुनावों में इन चारों दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है क्योंकि इस चुनाव को पक्ष और विपक्षी पार्टियों के लिए एसिड टेस्ट माना जा रहा है। नेकां के वरिष्ठ नेता फारक अब्दुल्ला की उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए यह उनका अंतिम चुनाव हो सकता है, वहीं सिनेमैटोग्राफर से नेता बने पीडीपी के मुफ्ती अपने पिता के निधन के बाद पार्टी में शामिल हुए हैं। राज्य के तीन जिलों श्रीनगर, बडग़ाम और गंदेरबल में फैली 15 विधानसभा सीटों वाले श्रीनगर संसदीय सीट को 2014 चुनाव से पहले तक नेकां का गढ़ माना जाता था लेकिन 2104 आम चुनावों में पार्टी यह संसदीय सीट हार गई थी।