Edited By Monika Jamwal,Updated: 18 May, 2018 02:12 PM
14 महीने की मरियम को अब अपने पिता की गैरमजूदगी का एहसास होने लगा है।
श्रीनगर : 14 महीने की मरियम को अब अपने पिता की गैरमजूदगी का एहसास होने लगा है। उतर कश्मीर में सीमावर्ती कुपवाड़ा जिला के उनसू गांव में रह रहे उसके नाना-नानी मोहम्मद सहबान मीर और जरीफा के लिए मरियम को संभालना अब बहुत बड़ा काम बनता जा रहा है। मरियम को सुलाना और खिलाना उनके लिए किसी जंग जीतने से कम नहीं। दरअसल मरियम की मां पांच महीने पहले एक मुठभेड़ में मर गई थी और अब उसके पिता को पत्थरबाजी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। मरियम के पिता 22 वर्षीय अशफाक वानी सोमवार से पुलिस की गिरफ्त में है।
पुलिस का कहना है कि वह पिछले सप्ताह उन्सू के मुख्य चैराहे पर पत्थरबाजी कर रहा था लेकिन गांव वाले उसे निर्दोष बता रहे हैं। मरियम के सिर पर हाथ फेरते हुए सहबान मीर ने कहा कि अशफाक बगीचे में काम करने के लिए जा रहा था इसी बीच पुलिस पत्थरबाजी करने वाले भीड़ को भगा रही थी। अगली सुबह पुलिस उसे थाने ले गई और उसके बाद से उसे अब तक रिहा नहीं किया गया। उन्होंने आगे कहा कि वो इन दिनों लगातार रो रही है। वह अपने पिता को याद कर रही है।
सिर्फ तीन लोगों को पहचानती है मरियम
मरियम की नानी जरीफा ने बताया कि मरियम की मां के मारे जाने के बाद वह सिर्फ तीन लोगों को ही पहचानती है जो कि वो, उसके नाना और पिता हैं। अशफाक के रिहाई की मांग कर रहे एक पी.डी.पी. कार्यकर्ता ने कहा कि अन्याय की भी एक सीमा है। अशफाक को गिरफ्तार कैसे कर सकते हैं। वह एक पत्थरबाज नहीं है। क्या उसका कोई पिछला रिकॉर्ड है।
पुलिस ने कहा सबूत हैं
इस मामले को लेकर हंदवाड़ा पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक गुलाम जिलानी ने कहा कि वानी के पत्थरबाजी में शामिल होने के पूरे सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है?
उन्होंने कहा कि हमारे पास अशफाक के पत्थर फेंकने का वीडियो है। उसने अपने अपराध को स्वीकार भी कर लिया है। हालांकि वहां के स्थानीय निवासी उसके बच्ची और बूढ़े मां-बाप की दुहाई देते हुए लगातार अशफाक के रिहाई की गुहार लगा रहे हैं।