Edited By Seema Sharma,Updated: 07 Aug, 2018 09:22 AM
कश्मीर में आतंकियों के हाथों जून में कत्ल हुए जवान औरंगजेब की शहादत का बदला लेने के लिए उसके गांव के 50 दोस्त खाड़ी देशों खासकर सऊदी अरब से अच्छी नौकरियां छोड़कर लौट आए हैं। इनका एक ही मकसद है सेना और पुलिस में भर्ती होकर आतंकियों से अपने दोस्त की...
नई दिल्ली/श्रीनगर: कश्मीर में आतंकियों के हाथों जून में कत्ल हुए जवान औरंगजेब की शहादत का बदला लेने के लिए उसके गांव के 50 दोस्त खाड़ी देशों खासकर सऊदी अरब से अच्छी नौकरियां छोड़कर लौट आए हैं। इनका एक ही मकसद है सेना और पुलिस में भर्ती होकर आतंकियों से अपने दोस्त की हत्या का बदला लेना। आतंकियों ने पुलवामा में 14 जून को 44 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब को अगवा कर उसकी हत्या कर दी थी। औरंगजेब ईद मनाने घर आए थे। उस दौरान शोक में डूबे औरंगजेब के पिता ने बेटे की मौत का बदला लेने का ऐलान किया था। अब 2 महीने बाद औरंगजेब के गांव सलानी के उसके 50 दोस्त विदेश से नौकरियां छोड़कर लौटे हैं।
दोस्त मोहम्मद किरामत और मोहम्मद ताज ने बताया कि हम 50 दोस्त हैं और सभी ने औरंगजेब की मौत की खबर मिलते ही नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया था। बस अपने दोस्त की हत्या का बदला लेना का हम सभी में जुनून है। इन दिनों घाटी में आतंकी सुरक्षा बलों के घर पहुंच कर उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए धमका रहे हैं। जून से लेकर अब तक 3 जवानों की हत्या हो चुकी है।
सेना में नौकरी कर रहे औरंगजेब के भाई ने कहा कि भाई की मौत के लिए आतंकी नहीं, उन्हें निर्देश देने वाले जिम्मेदार हैं। खालिस्तान-कश्मीरी अलगाववादी साथ लंदन में अलग खालिस्तान की मांग उठा रहे सिख फॉर जस्टिस को कश्मीरी अलगाववादियों का भी साथ मिल गया है। इन्होंने लंदन में सांझा प्रैस कांफ्रैंस कर 12 अगस्त को बड़ा प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। कहा गया है कि इसमें कई संगठन भी शामिल होंगे।