Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Jun, 2022 12:44 PM
देश के कई राज्यों में अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) को लेकर भारी विरोध हो रहा है। दरअसल सेना में 4 साल की भर्ती को लेकर देश के भावी ‘अग्निवीर’ सड़कों पर उतरे हुए हैं। जगह-जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
नेशनल डेस्क: देश के कई राज्यों में अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) को लेकर भारी विरोध हो रहा है। दरअसल सेना में 4 साल की भर्ती को लेकर देश के भावी ‘अग्निवीर’ सड़कों पर उतरे हुए हैं। जगह-जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कहीं पर पथराव हो रहा है तो कहीं पर ट्रेनों को आग के हवाले किया जा रहा है। ऐसे में कई लोगों के मन में एक सवाल है कि क्या आज के युवा सिर्फ नौकरी के लिए सेना में जाना चाहते हैं, राष्ट्र सेवा के लिए नहीं। इन सबके बीच देश के पहले CDS दिवंगत जनरल बिपिन रावत का एक बयान काफी वायरल हो रहा है।
'नौकरी का जरिया नहीं है सेना'
दिवंगत जनरल बिपिन रावत का ये वायरल वीडियो साल 2018 का है। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि अक्सर मेरे पास नौजवान आते हैं कि सर, मुझे भारतीय सेना में नौकरी चाहिए. मैं उन्हें बोलता हूं कि भारतीय सेना नौकरी का साधन नहीं है. नौकरी लेनी है तो रेलवे में जाइए, पीएनटी में जाइए, अपना खुद का बिजनेस खोल लीजिए। रावत कहते थे कि सेना नौकरी का जरिया नहीं है। उनका कहना था कि अगर भारतीय सेना में आना है तो कठिनाइयों का सामना करने के लिए आपको काबिल होना पड़ेगा, आपको शारीरिक और मानसिक रूप से काबिल होना पड़ेगा। भारतीय सेना जज्बा है देश सेवा और मातृभूमि की रक्षा का। आपका हौंसला बुलंद होना चाहिए. आपमें कठिन से कठिन समस्याओं से निपटने की ताकत होनी चाहिए।
बता दें कि अग्निपथ स्कीम पर बिहार में आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक हो चुका है। छात्रों के इस विरोध में अब विपक्षी पार्टियां भी कूद पड़ी हैं। कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियां सरकार की इस स्कीम पर विरोध कर रही हैं। वहीं केंद्र का कहना है कि विपक्ष सिर्फ राजनीति के लिए युवाओं को बहका रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के भविष्य का इस्तेमाल राजनीति करने के लिए हो रहा है।