Edited By Pardeep,Updated: 12 Sep, 2019 11:59 PM
रक्षा मंत्रालय ने पी-15 पोतों की हवाई रक्षा क्षमता बढ़ाने के मकसद से रडार एवं मिसाइल प्रणालियों के आधुनिकीकरण के लिए रूसी रक्षा कंपनी जेएससी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के साथ एक करार पर बृहस्पतिवार को हस्ताक्षर किए। आधुनिकीकरण के तहत भारत में प्रणालियों में...
नई दिल्लीः रक्षा मंत्रालय ने पी-15 पोतों की हवाई रक्षा क्षमता बढ़ाने के मकसद से रडार एवं मिसाइल प्रणालियों के आधुनिकीकरण के लिए रूसी रक्षा कंपनी जेएससी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के साथ एक करार पर बृहस्पतिवार को हस्ताक्षर किए। आधुनिकीकरण के तहत भारत में प्रणालियों में बड़े बदलाव और उनका नवीनीकरण किया जाएगा। इसके अलावा भारतीय उद्योग की साझेदारी से अहम हार्डवेयर का विनिर्माण भी किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘पी-15 (दिल्ली श्रेणी) पोतों पर ‘एयर डिफेंस कॉम्प्लेक्स कश्मीर एंड रडार फ्रेगट एमएई' के आधुनिकीकरण के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय और रूस की जेएससी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के बीच 12 सितंबर 2019 को करार हुआ।'' इसमें कहा गया, ‘‘रडार और मिसाइल प्रणालियों के आधुनिकीकरण से पी-15 पोतों की हवाई रक्षा क्षमता काफी बढ़ेगी।''