Edited By ,Updated: 26 Apr, 2015 03:25 PM
दिल्ली में एक महिला ने अपने ‘नपुंसक’ पति से छुटकारा पाने के लिए एक ऐसा गंदा खेल खेला जिसे देख आप हैरान रह जाएंगे।
नई दिल्ली: दिल्ली में एक महिला ने अपने ‘नपुंसक’ पति से छुटकारा पाने के लिए एक ऐसा गंदा खेल खेला जिसे देख आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल दिल्ली की एक अदालत ने बलात्कार के झूठे मामले में ‘नपुंसक’ पति को मुक्त कर दिया है।
जानकारी मुताबिक युवक और उसके परिवार के सदस्यों को उसकी पत्नी के साथ बलात्कार, यौन शोषण और उसे धमकाने के आरोप से बरी करते हुए कहा है कि महिला ने अपने ‘‘नपुंसक’’ पति से छुटकारा पाने के लिए झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने यह स्वीकार किया कि उसने झूठा मामला दर्ज कराया है। इसके बाद अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र भट्ट ने कहा कि पति के नपुंसक होने के कारण उसकी शादी बनी नहीं रह पाई और यही उसके पति एवं ससुराल वालों के साथ तनावपूर्ण रिश्ते की एकमात्र वजह थी।
न्यायाधीश ने कहा कि उसने अपने ससुराल को इसी कारण से छोड़ दिया और बलात्कार सहित अपने देवर पर अप्राकृतिक यौन संबंध तथा यौनशोषण के अलावा अपने ससुर पर भी बलात्कार के प्रयास की झूठी शिकायत दर्ज कराई। एेसा उसने केवल पति और ससुराल वालों पर तलाक के लिए दबाव बनाने के लिए किया।
अदालत ने उल्लेख किया कि महिला अभियोजन पक्ष के मामले में पूरी तरह से पलट गई और उसने माना कि उसका पति नपुंसक था जिसके कारण उनकी शादी बनी नहीं रह सकी। महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि उसके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को अग्रिम जमानत दे दी गई थी।
अदालत ने महिला के पति, सास-ससुर, तीन देवरों, दो ननदों को भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत दर्ज अपराधों से मुक्त कर दिया। अदालत ने कहा कि आखिरकार वह अपने पति से तलाक पाने में सफल रही और गुजाराभत्ता के संबंध में उसके दावे के अनुरूप रकम पाने में भी सफल रही।