Edited By ,Updated: 29 Jun, 2015 02:11 AM
केरल के एक मुस्लिम महिला कॉलेज ने छात्राओं पर जींस, छोटे टॉप और लेगिंग पहनने पर रोक लगाते हुए इस शैक्षणिक सत्र से यूनीफॉर्म तय करने का फैसला किया है
तिरुवनंतपुरम: केरल के एक मुस्लिम महिला कॉलेज ने छात्राओं पर जींस, छोटे टॉप और लेगिंग पहनने पर रोक लगाते हुए इस शैक्षणिक सत्र से यूनीफॉर्म तय करने का फैसला किया है जिसके तहत मुस्लिम छात्राएं ‘नकाब’ पहन सकती हैं।
कोझिकोड के नाडाक्कवू स्थित कॉलेज में ड्रेस कोड की शुरुआत आठ जुलाई को होगी जब शैक्षणिक सत्र शुरू होगा और प्रथम वर्ष की छात्राओं का कॉलजों में आगमन होगा। इस कॉलेज का परिचालन मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी (एमईएस) द्वारा किया जाता है।
नयी योजना के अनुसार छात्राएं सलवार, चूड़ीदार, और ओवरकोट पहनेंगी। मुस्लिम छात्राओं को ‘माफ्ता’ अथवा हिजाब पहनने की अनुमति दी गई है। कॉलेज की प्राचार्य बी सीतालक्ष्मी ने कहा कि ड्रेस कोड लागू करने का फैसला उस वक्त किया गया जब देखा गया कि कुछ छात्राएं जींस, छोटे टॉप और लेगिंग पहनकर आ रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इसकी अनुमति नहीं दे सकते।’’ बहरहाल, वरिष्ठ छात्रों पर यूनीफॉर्म थोपा नहीं जाएगा, लेकिन ड्रेस कोड में शामिल कपड़ों से मिलते-जुलते पहनावे ही पहनने होंगे। प्राचार्य ने कहा कि 50 फीसदी से अधिक छात्राएं यूनीफॉर्म का समर्थन कर रही हैं। एमईएस के अध्यक्ष फैसल गफूर ने कहा कि यूनीफॉर्म लागू होने के बाद यह सभी के लिए अनिवार्य होगा।