Edited By Yaspal,Updated: 13 Mar, 2021 10:24 PM
राजस्थान के कोटा जिले के कनवास और सांगोद क्षेत्र के गांवों में बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है। जिले के कनवास उपखंड क्षेत्र के उरना गांव में शुक्रवार शाम को बेमौसम बरसात के साथ जोरदार ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की...
नेशनल डेस्कः राजस्थान के कोटा जिले के कनवास और सांगोद क्षेत्र के गांवों में बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है। जिले के कनवास उपखंड क्षेत्र के उरना गांव में शुक्रवार शाम को बेमौसम बरसात के साथ जोरदार ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की गेंहू, चने एवं लहसून की फसले प्रभावित हुई हैं। इस दौरान तेज बारिश से भी फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा हैं।
इसी तरह खजूरना, जागलियांहेड़ी, कोटर् बावड़ी, मंगलपुरा, खोदिया खेड़ी गांव, मोहनपुरा में भी वर्षा के साथ ओलावृष्टि के समाचार है। इसके अलावा देवली मांझी क्षेत्र के ग्राम पीसाहेड़ा एवं आसपास के गांवों में भी तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई। बरसात और ओलावृष्टि प्रभावित किसानों ने इससे उनकी फसल को हुए नुकसान का सर्वे कराकर शीघ्र उचित मुआवजा देने की मांग की गई हैं।
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने जिला प्रशासन से फोन पर बातकर कोटा में बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को पहुंचे नुकसान का जायजा लिया हैं। धारीवाल ने प्रशासन को ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे के लिए भी कहा है।
एसडीएम संगोड राजेश डागा ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार की शाम 20-25 मिनट तक हुई तेज बारिश और ओले से गेंहू, चना, धनिया और लहसुन के फसलों को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने फसलों के नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए अपने ओएसडी को इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है। ओम बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता ने पूर्व विधायक हीरालाल नागर के साथ शनिवार को कंवास के प्रभावित इलाकों का दौरा किया।